कोरबा VIDEO Open hooliganism (ब्लैकआउट न्यूज़) कोरबा शहर के बीचो-बीच पुराने बस स्टैंड के समीप स्थित शराब दुकान के पास आए दिन हो रहे हैं मारपीट गुंडागर्दी के खिलाफ व्यापारियों ने अनेकों बार प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कर शराब दुकान हटाने की मांग की है लेकिन प्रशासन शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है.
VIDEO Open hooliganism
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आसपास के दुकानदार यहां इन शराबियों से आतंक से परेशान है वही ग्राहक भी आसपास की दुकानों में जाने से कतरा रहे हैं महिलाएं वहां से निकलने में गुरेज करती है जिससे न सिर्फ व्यापारियों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है बल्कि गुंडागर्दी और भी बढ़ती जा रही है.
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इसी तरह का एक मामला कल रात सामने आया जिसमें तीन युवक शराब के नशे में एक दूसरे युवक की बेदम पिटाई कर रहे थे लोग तमाशा बिन नजारा देख रहे थे मानो किसी फिल्म की शूटिंग चल रही है जब मार खाने वाला युवक गाड़ी छोड़कर भागा तब उन तीन युवकों ने उसकी गाड़ी पर अपनी भड़ास निकालते हुए गाड़ी को तोड़फोड़ कर दिया थोड़ी देर बाद पुलिस तो पहुंची लेकिन तब तक तीनों युवक वहां से भाग गए थे पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई है समाचार लिखे जाने तक युवक पुलिस पकड़ से बाहर थे.
व्यापारियों का बढ़ा आक्रोश KORBA : VIDEO Open hooliganism
इस घटना से फिर एक बार व्यापारियों में भारी आक्रोश देखने को मिला व्यापारियों का कहना है कि आखिर कब इस शराब दुकान से छुटकारा मिलेगा नगर निगम आयुक्त,महापौर, सभापति सहित कलेक्टर एसपी से इसकी गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन प्रशासन व्यापारियों की इस मांग को अनसुनी कर व्यापारियों को अपने हाल पर छोड़ दिया है.
कोरबा।Success of Shweta Hospital शहर के श्वेता हॉस्पिटल से एक प्रेरणादायी और उम्मीद भरी खबर सामने आई है। यहाँ के अनुभवी डॉक्टरों और उन्नत चिकित्सा सुविधाओं की बदौलत एक बेहद प्रीमैच्योर नवजात शिशु को जीवनदान मिला है। इस पूरे घटनाक्रम ने न केवल परिजनों को राहत दी है, बल्कि श्वेता हॉस्पिटल की चिकित्सा गुणवत्ता पर आमजन का विश्वास भी और मजबूत किया है।
Success of Shweta Hospital
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मूलतः कोरबा निवासी सरोजनी आदित्य और अजय कुमार अपनी प्रेग्नेंसी के दौरान श्वेता हॉस्पिटल में नियमित इलाज करवा रहे थे। गर्भावस्था के लगभग छठे महीने के बाद सरोजनी को अचानक तबियत बिगड़ने की शिकायत हुई और जटिलताएँ उत्पन्न हो गईं। तत्कालीन परिस्थिति को देखते हुए गायनिक विशेषज्ञ डॉ. एम. कुजूर ने गहन जांच की और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विनय वर्मा के साथ परामर्श कर तुरंत ऑपरेशन का निर्णय लिया।
ऑपरेशन के बाद एक बेहद प्रीमैच्योर शिशु का जन्म हुआ, जिसका वजन मात्र 1 किलो था। सामान्य परिस्थितियों में ऐसे बच्चे का बच पाना बेहद कठिन होता है। जन्म के तुरंत बाद ही शिशु को अस्पताल के अत्याधुनिक एनआईसीयू में भर्ती किया गया, जहाँ विशेषज्ञ टीम ने लगातार निगरानी और उपचार किया।
Success of Shweta Hospital
डॉक्टरों की टीम ने शिशु को पूरी तरह विशेष देखरेख में एनआईसीयू में रखा। 24 घंटे पैथोलॉजी, इन-हाउस दवाइयाँ और आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता ने उपचार को और बेहतर बनाया। बीच में तकनीकी कारणों से कुछ दिनों के लिए अस्पताल अस्थायी रूप से बंद हुआ, जिस वजह से शिशु को बाहर के अस्पताल ले जाना पड़ा। इस दौरान बच्चे का वजन घटकर मात्र 900 ग्राम रह गया, जो परिजनों के लिए बेहद चिंता का विषय था।
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हालांकि, दोबारा श्वेता हॉस्पिटल में भर्ती करने के बाद डॉक्टरों की टीम ने दिन-रात मेहनत कर बच्चे की हालत को स्थिर किया। महज दो हफ्तों के भीतर बच्चे का वजन 1540 ग्राम तक पहुँच गया और आखिरकार शिशु को स्वस्थ अवस्था में डिस्चार्ज कर दिया गया।
बच्चे के माता-पिता सरोजनी आदित्य और अजय कुमार ने भावुक होते हुए कहा कि यह अनुभव उनके लिए किसी चमत्कार से कम नहीं था। जिस समय उन्हें हर ओर हताशा नज़र आ रही थी, उस समय श्वेता हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उन्हें उम्मीद दी। यहाँ की सुविधाएँ, नर्सिंग स्टाफ की तत्परता और डॉक्टरों का समर्पण देखकर उन्हें भरोसा हुआ। आज उनका बच्चा स्वस्थ है और इसका पूरा श्रेय अस्पताल की टीम को जाता है। यहां के नर्सिंग स्टॉफ न केवल अपने कार्य मे दक्ष है बल्कि मनोबल को भी बढ़ाते है।
श्वेता हॉस्पिटल लंबे समय से कोरबा और आसपास के मरीजों के लिए भरोसेमंद स्वास्थ्य केंद्र के रूप में पहचान बना चुका है। यहाँ गायनिक और शिशु रोग विशेषज्ञों की सेवाएँ 24 घंटे उपलब्ध रहती हैं।
अत्याधुनिक एनआईसीयू यूनिट, इन-हाउस पैथोलॉजी और दवाओं की सुविधा हर वक्त मौजूद है। मरीजों को एक ही छत के नीचे संपूर्ण इलाज मिलना इस अस्पताल की सबसे बड़ी विशेषता है।
इस सफलता ने न सिर्फ़ एक परिवार को खुशियाँ लौटाई हैं बल्कि यह भी साबित किया है कि समय पर सही उपचार और आधुनिक सुविधाओं से कठिन से कठिन परिस्थिति को भी बदला जा सकता है। श्वेता हॉस्पिटल की यह उपलब्धि कोरबा और पूरे अंचल के लिए गर्व की बात है।
रायगढ़ / rishvatkhor sub inspector arrested छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने आबकारी उप निरीक्षक को 50 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। ACB की टीम लगातार व्यापक ट्रैप अभियान चला रही है। रिश्वत मांगने की शिकायत पर आज ACB बिलासपुर ने रायगढ़ जिले में आबकारी विभाग के उप निरीक्षक संतोष कुमार नारंग को खरसिया स्थित कार्यालय में 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
rishvatkhor sub inspector arrested
जानकारी के अनुसार, 20 अगस्त को धर्मजयगढ़ निवासी सुनीत टोप्पो ने ACB इकाई बिलासपुर में रिश्वत मांगने की शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि 19 अगस्त को धर्मजयगढ़ क्षेत्र के आबकारी उप निरीक्षक संतोष कुमार नारंग ग्राम पंडरी महुआ गांव में उसके मां के निवास स्थान पर आया और तुम लोग शराब बनाते हो बोलकर घर का सामान चेक करने लगे. उस वक्त वह (प्रार्थी) स्वयं मां के पास था. इसी दिन संतोष कुमार नारंग ने कुछ कागज में उसकी मां का हस्ताक्षर भी ले लिया और उसके बाद उससे और उसकी मां से कड़ी कार्रवाई से बचने के लिए 50000 रुपए की मांग की, किंतु वह संतोष नारंग को रिश्वत नहीं देना चाहता था बल्कि उसे पकड़वाना चाहता था।
rishvatkhor sub inspector arrested
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प्रार्थी की शिकायत का सत्यापन कराए जाने पर शिकायत सही पाई गई और ट्रैप की योजना तैयार की गई। आज ACB की टीम ने प्रार्थी को रिश्वत रकम 50 हजार रुपए आरोपी आबकारी उप निरीक्षक संतोष कुमार नारंग को देने आरोपी के पास भेजा। आरोपी द्वारा रिश्वती रकम 50000 रुपए अपने क्षेत्राधिकार के खरसिया स्थित आबकारी कार्यालय में लेते ही उसे ACB की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा. इस कार्रवाई से आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया है।
rishvatkhor sub inspector arrested
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पकड़े गए आरोपी से रिश्वत की रकम 50 हजार रुपए जब्त कर ACB उसके विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की। धर्मजयगढ़ और खरसिया क्षेत्र आरोपी के कार्रवाई क्षेत्राधिकार में आता है। गौरतलब है कि एसीबी की टीम ने भ्रष्ट अधिकारियों /कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. एसीबी सूत्रों ने स्पष्ट संकेत दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई अनवरत जारी रहेगी।
बालकोनगर, 30 अगस्त, 2025। Special on National Sports Day कोरबा के हृदय स्थल प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम में युवा खिलाड़ियों के जोश और उमंग से गूंजता वातावरण, आज पूरे अंचल की खेल प्रतिभाओं के सपनों का केंद्र बन चुका है। नगर निगम कोरबा के सहयोग से वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) द्वारा संचालित यह स्टेडियम अब बहु-खेल प्रशिक्षण केंद्र का रूप ले चुका है, जहाँ युवा खिलाड़ी अभ्यास सत्र के साथ अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
Special on National Sports Day
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इस बदलाव के केंद्र में है ‘खेल अकादमी’, जिसकी शुरुआत अगस्त 2024 में 20 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों (10 बालक और 10 बालिकाएँ) के चयन के साथ हुई थी। आज यह अकादमी 10 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 100 से अधिक रेज़िडेंशियल और डे-बोर्डिंग खिलाड़ियों का प्रशिक्षण केंद्र बन चुकी है। यहाँ फुटबॉल, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और तैराकी जैसे खेलों में खिलाड़ियों को आधुनिक सुविधाओं और विशेषज्ञ कोचिंग के साथ तैयार किया जा रहा है। अकादमी का ध्येय है के ऐसा वातावरण उपलब्ध कराना, जहाँ से खिलाड़ी न केवल खेल में उत्कृष्ट हों बल्कि आत्मविश्वासी और सशक्त व्यक्तित्व के रूप में भी विकसित हों।
Special on National Sports Day
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अकादमी की प्रशासक सुश्री नेहा पांडे ने कहा कि बालको का लक्ष्य हमेशा से खिलाड़ियों में अनुशासन, मेहनत और सर्वांगीण विकास की भावना को मजबूत करना रहा है। आज हमारे खिलाड़ी जिस तरह प्रगति कर रहे हैं, उससे यह सपना धीरे-धीरे हकीकत बनता नजर आ रहा है।
अकादमी के खिलाड़ी पहले ही जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। फुटबॉल खिलाड़ी बिशाल साव और निखिल बरेठ ने छत्तीसगढ़ राज्य टीम में स्थान बनाया, वहीं वॉलीबॉल टीम ने जिला एवं संभाग स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी दिलीप यादव ने कहा कि देश का प्रतिनिधित्व करना केवल सपना नहीं, बल्कि हर सुबह की मेहनत और समर्पण का फल है। खेल अकादमी की जर्सी पहनकर खेलने का गौरव मुझे अपने खेल सफर पर और विश्वास दिलाता है।
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इसी तरह राष्ट्रीय स्तर के वॉलीबॉल खिलाड़ी श्रेयांश साहू बोले कि हर अभ्यास हमें बेहतर बनाता है। जिला चैम्पियनशिप जीतने से हमारे मन में यह विश्वास जगा कि हम राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।
खेल अकादमी की बेटियों ने भी हर खेल में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। लड़कियों की फुटबॉल टीम ने जिला स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
खिलाड़ी निशिता ने डीएवी नेशनल्स में तैराकी में कांस्य पदक जीता, उन्होंने बताया कि खेल अकादमी में आने से पहले तैराकी केवल एक शौक थी। यहाँ सही कोचिंग, सुविधा और समर्थन मिला। अब हर दिन मैं और मजबूती और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही हूँ।
अकादमी के पीछे एक मज़बूत सहयोग प्रणाली मौजूद है, जिसमें फिजियोथेरेपी, चिकित्सकीय देखभाल, संतुलित पोषण, विशेषज्ञ कोचिंग, आधुनिक खेल सुविधाएँ और सुरक्षित आवासीय व्यवस्था शामिल हैं।
अकादमी के फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. विकास नंदा ने कहा कि खेलों में शारीरिक थकान और चोटें होना स्वाभाविक है, लेकिन किसी खिलाड़ी की असली प्रगति उसकी रिकवरी और मानसिक दृढ़ता पर निर्भर करती है। मेरा प्रयास रहता है कि हर युवा खिलाड़ी न केवल चोट से उभरे, बल्कि इतनी ताकत भी विकसित करे कि भविष्य में चोटों से बच सके। खेल अकादमी में हम फिजियोथेरेपी, चिकित्सा सुविधा, संतुलित आहार, प्रोफेशनल कोचिंग, आधुनिक खेल अवसंरचना और सुरक्षित आवासीय सुविधाएँ उपलब्ध कराते हैं।
यह समग्र सहयोग प्रणाली खिलाड़ियों को निडर होकर अभ्यास करने, तेज़ी से उबरने और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद करती है। हम केवल खिलाड़ियों का इलाज नहीं कर रहे, बल्कि ऐसे चैंपियंस तैयार कर रहे हैं जो देश का नाम रोशन करेंगे।
राष्ट्रीय खेल दिवस पर बालको द्वारा संचालित खेल अकादमी की ये कहानियाँ हमें याद दिलाती हैं कि समर्पण, सहयोग और विश्वास से हर सपना साकार हो सकता है। बालको गर्व के साथ अपने प्रयासों से इन युवा खिलाड़ियों को सशक्त कर रहा है, जो आने वाले समय में राष्ट्र का नाम रोशन करेंगे।
MP Mahua Moitra’s harsh words तृणमूल कांग्रेस (TMC) की फायरब्रांड सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला गृह मंत्री अमित शाह को लेकर दिए गए बयान से जुड़ा है, जिसके चलते उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है। बीजेपी ने इसे नफरत फैलाने वाला और हिंसा को बढ़ावा देने वाला बयान बताया है.
क्या कहा महुआ मोइत्रा ने?MP Mahua Moitra’s harsh words
MP Mahua Moitra’s harsh words
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महुआ मोइत्रा से बांग्लादेश से हो रही अवैध घुसपैठ पर सवाल पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने सीधे-सीधे गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा:
अगर गृह मंत्री अमित शाह भारत की सीमाओं की रक्षा नहीं कर सकते, तो उनका सिर कलम करके मेज पर रख देना चाहिए।”
महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी अमित शाह की है, लेकिन वह इसमें बुरी तरह विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की सीमाओं पर रोजाना घुसपैठ हो रही है — कभी जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की, कभी पंजाब में ड्रोन और नशा तस्करों की, और बांग्लादेश से लगातार अवैध घुसपैठ की घटनाएं सामने आ रही हैं।
BJP ने बताया “हेट स्पीच”MP Mahua Moitra’s harsh words
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भाजपा ने इस बयान को “घृणित, असंवैधानिक और निंदनीय” बताते हुए मोइत्रा पर हेट स्पीच फैलाने का आरोप लगाया है। पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, “TMC और उनके नेता लोकतंत्र की सीमाएं लांघ रहे हैं। महुआ मोइत्रा की यह भाषा हिंसक मानसिकता को दर्शाती है।” BJP ने राज्य सरकार से मांग की है कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
कहां और क्या केस दर्ज हुआ?MP Mahua Moitra’s harsh words
महुआ मोइत्रा के इस बयान के खिलाफ दो जगह FIR दर्ज हुई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कृष्णानगर पुलिस थाना, पश्चिम बंगाल नदिया जिले के कोतवाली पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दी गई है। मामले में IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें उकसावे, हिंसा फैलाने और संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ अभद्र टिप्पणी शामिल है।
TMC का बचाव, बयान प्रतीकात्मक बताया MP Mahua Moitra’s harsh words
TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने सांसद महुआ मोइत्रा का बचाव करते हुए कहा कि उनका बयान प्रतीकात्मक था। उन्होंने कहा, “बयान की भाषा थोड़ी कठोर थी, लेकिन उसका शारीरिक हिंसा से कोई लेना-देना नहीं था। यह एक राजनीतिक नाराजगी की प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति थी।”
महुआ मोइत्रा की सफाई MP Mahua Moitra’s harsh words
महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि BJP की ट्रोल सेल उनके बयान को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है। उन्होंने लिखा:“BJP के पास कोई ठोस जवाब नहीं है, इसलिए वो बयान को गलत संदर्भ में वायरल कर रही है। मेरी आवाज को दबाया नहीं जा सकता।”
महुआ मोइत्रा का यह बयान एक बार फिर देश की राजनीति में संवेदनशीलता और मर्यादा को लेकर बहस छेड़ रहा है। एक ओर भाजपा इसे गंभीर हेट स्पीच मान रही है, वहीं TMC इसे राजनीतिक अभिव्यक्ति बता रही है। आने वाले दिनों में इस विवाद का असर राज्य और केंद्र की राजनीति में गहराई से देखा जा सकता है।
Husband-wife and lover पत्नी ने प्रेमी और पति के सामने एक ऐसा ऑफर रख दिया कि हर कोई हैरान रह गया। प्रेमी के साथ 10 बार भाग चुकी विवाहिता को लेकर गांव में पंचायत बुलाई गई थी, इस दौरान जब महिला से पंचों ने पूछताछ की तो महिला ने अजीब शर्त पूरी पंचायत के सामने रख दी। महिला ने कहा कि वो महीने के 30दिन में 15 दिन पति के पास और 15 दिन अपने प्रेमी के साथ रहेगी।
Husband-wife and lover
बीवी का ऑफर सुनकर पति के साथ-साथ वहां मौजूद सारे लोग हैरान रह गए। पंचायत में ही पति ने हाथ जोड़कर पत्नी से कहा कि वह उसे माफ करें और पूरे 30 दिन अपने प्रेमी के साथ ही रहे। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने पूरे गांव और पंचायत को हैरत में डाल दिया। विवाहिता के खुलेआम ऐसे आफर से पति समेत सभी लोग दंग है।
Husband-wife and lover
दरअसल, अजीम नगर थाना क्षेत्र की युवती की शादी करीब डेढ़ साल पहले पड़ोस के गांव के युवक से हुई थी। शादी के कुछ ही समय बाद उसका टांडा क्षेत्र के एक युवक से प्रेम संबंध हो गया। विवाहिता अपने प्रेमी के साथ अब तक 10 बार फरार हो चुकी है। कई बार पंचायत और परिजनों के समझाने पर वह पति के घर लौटी, लेकिन कुछ दिन बाद फिर प्रेमी के साथ भाग गई।
Husband-wife and lover
8 दिन पहले जब पति ने थाने में शिकायत की तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया, लेकिन प्रेमी और विवाहिता को सबके सामने बुलाकर समझाया। इसके बावजूद महिला अगले ही दिन फिर भाग निकली। आखिरकार, मामला बढ़ने पर गांव में पंचायत बुलाई गई।
पंचायत में जब महिला से सवाल-जवाब हुए तो उसने चौंकाने वाली शर्त रखी। उसने कहा कि वह 15 दिन पति के साथ और 15 दिन प्रेमी के साथ रहेगी। यह सुनकर पंचायत के सदस्य और ग्रामीण अवाक रह गए।
पति ने पंचायत में ही हाथ जोड़कर कहा कि यदि पत्नी को प्रेमी के साथ ही रहना है तो वह पूरे 30 दिन उसी के साथ रहे। इसके बाद पंचायत खत्म कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, अब पति अपनी पत्नी को वापस घर लाने को तैयार नहीं है।
बालकोनगर, 28 अगस्त 2025।BALCO celebrated Ganesh Chaturthi वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में गणेश चतुर्थी का पर्व बड़े हर्षोल्लास एवं श्रद्धा के साथ मनाया। संयंत्र के विभिन्न जगहों पर भक्ति, उत्साह और सांस्कृतिक रंग देखने को मिला। बालको के सीईओ एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे स्टाफ के साथ मिलकर श्रीगणेश पूजन किया और सभी के लिए सुख, समृद्धि और कार्यसिद्धि की कामना की। मंत्रोच्चारण और गणपति आरती से वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया।
BALCO celebrated Ganesh Chaturthi
BALCO celebrated Ganesh Chaturthi
देश शाम बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने जीईटी हॉस्टल में युवा कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ सामूहिक रूप से भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा आराधना की। कार्यक्रम के अंत में मोदक का प्रसाद वितरण किया गया और सभी कर्मचारियों एवं अतिथियों ने प्रसाद ग्रहण कर शुभकामनाएँ दीं।
BALCO celebrated Ganesh Chaturthi
Balco
इस विशेष अवसर पर उन्नति परियोजना से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने जीईटी हॉस्टल में स्टॉल लगाकर, आत्मनिर्भरता को और सशक्त किया। गणेश चतुर्थी जैसे पर्व संगठन में एकता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं, और बालको परिवार हर वर्ष इसे पूरे उत्साह के साथ मनाता है.
कोरबा( ब्लैकआउट न्यूज़ ) hashish smuggling in korba कोरबा जिले में पहली बार विदेशी नशा के शौकिन गिरफ्तार हुए है। सूत्रधार की माने तो शहर के दो रसूखदार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
जिले को नशे के जाल से मुक्त करने के लिए कोरबा पुलिस का अभियान लगातार तेज़ होता जा रहा है। बीते सप्ताह बनारस से लगभग 19 हजार नशीली टैबलेट की बरामदगी के बाद अब पुलिस ने चरस तस्करी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
hashish smuggling in korba
hashish smuggling in korba
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देशन में चल रहे इस अभियान के तहत टी.पी. नगर क्षेत्र में चरस की अवैध बिक्री की सूचना पर त्वरित कार्रवाई की गई। कार्रवाई में दो आरोपियों — कुनाल सलुजा (24 वर्ष, निवासी टी.पी. नगर) और तुषार लालवानी (निवासी ट्रांसपोर्ट नगर) को उनके ठिकानों से पकड़ा गया।
बरामद सामान hashish smuggling in korba
hashish smuggling in korba
तीन नग चरस (कुल वजन 16.8 ग्राम, चपाती के रूप में)
चरस बिक्री से जुड़ी एक डायरी
रोलिंग पेपर और फिल्टर टिप जैसे आपत्तिजनक सामग्री
पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 524/2025, धारा 21(B), एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।
इन अधिकारियों की रही भूमिका hashish smuggling in korba
इस कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नितीश ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक श्री भूषण एक्का, नगर पुलिस अधीक्षक (आईपीएस) श्री विमल पाठक, सीएसईबी चौकी प्रभारी, और सायबर सेल की अहम भूमिका रही।
आम जनता से अपील hashish smuggling in korba
कोरबा पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशे के खिलाफ इस अभियान में सहयोग करें। किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल अपने निकटतम थाना या चौकी में दें, ताकि समाज को नशे की प्रवृत्ति से मुक्त रखा जा सके।
कोरबा( ब्लैकआउट न्यूज़)work of over bridge stopped कोरबा-पश्चिम कुसमुंडा क्षेत्र के इमलीछापर चौक के पास जमीन अधिग्रहण में देरी होने की वजह से फोरलेन सड़क की तरह ही ओवरब्रिज का काम भी बंद हो गया है। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही राह से गुजरने वाले भी परेशान हैं। व्यापारियों के प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने परेशानी दूर करने कवायद शुरू की है।
कोरबा शहर के सर्वमंगला चौक से इमलीछापर चौक तक एसईसीएल के सीएसआर मद से पीडब्ल्यूडी द्वारा फोरलेन सड़क का निर्माण कराया है। जमीन अधिग्रहण में देरी की वजह से फोरलेन का काम धीमी गति से हुआ। इस कारण इमलीछापर चौक से एक ओर जहां बरमपुर के पास नहर पर ब्रिज का काम अटका है तो दूसरी ओर इमलीछापर चौक से कुचैना मोड़ तक फोरलेन सड़क से नहीं बन सकी है। 3 साल से उक्त हिस्से का कार्य अटकने से गेवरा-दीपका व बांकीमोंगरा क्षेत्र से कुसमुंडा की ओर होकर शहर आवाजाही करने वाले राहगीर परेशान हैं। वहीं इमलीछापर चौक के पास जमीन अधिग्रहण में में देरी से ओवरब्रिज का काम भी लगभग एक साल से से बंद है।
आधे-अधूरे कार्य की वजह से जहां तक फोरलेन सड़क का कार्य पूरा हो गया है, उसके किनारे नाली भी नहीं बन पा रही है। इससे सड़क पर बारिश का पानी भर जाता है। व्यापारियों ने सड़क पर भरे पानी से नहाकर प्रदर्शन किया था। प्रशासन की टीम दीपका तहसीलदार अमित केरकेट्टा की उपस्थिति में एक्सीवेटर लगा नाली बनाते हुए सड़क पर भरे पानी की निकासी कराई। वहीं एसईसीएल को सड़क पर बने गड्ढे भरने निर्देश दिए।
3 चरण में सड़क निर्माण, एक ही हुआ पूरा work of over bridge stopped
work of over bridge stopped
सड़क निर्माण अंतर्गत इमलीछापर से सर्वमंगला चौक तक 5.55 किमी फोरलेन सड़क का निर्माण बीच में कई माह तक बंद रहा। कई माह सर्वमंगला चौक से इमलीछापर के बीच फोरलेन सड़क बन गया है, लेकिन आगे इमलीछापर चौक से कुचैना मोड़ तक कार्य अटका है। सर्वमंगला चौक से तरदा 8.45 किमी टू लेन सड़क की चौड़ाई 10 मीटर हैं। बीच से रेलवे लाइन आने पर सर्वमंगला मंदिर के पीछे अंडरब्रिज बनाने में समय लगा। अब सड़क पर आवाजाही शुरू हो गई है। हरदीबाजार से तरदा 13 किमी टू लेन सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इसका निर्माण अभी शुरू नहीं हो सका है।
नहर ब्रिज का ड्राइंग-डिजाइन दो बार बदला work of over bridge stopped
work of over bridge stopped
सर्वमंगला चौक से इमलीछापर चौक तक बने फोरलेन सड़क के मध्य बरमपुर के पास नहर के ऊपर ब्रिज का निर्माण करना है, लेकिन इसके लिए दो बार ड्राइंग-डिजाइन में बदलाव होने के कारण देरी हो गई। स्थिति यह है कि उक्त स्थान पर पुराने नहर पुल से ही वाहनों की आवाजाही हो रही है। फोरलेन सड़क की वजह से धोखे में कई वाहन उक्त पुल से नीचे नहर में गिर चुके हैं। वहीं इमलीछापर चौक से कुचैना मोड़ की ओर कुछ दूरी तक सड़क के एक हिस्से में सीसी सड़क बन गई है, जहां मालवाहक वाहन खड़े कर देते हैं।
पानी की निकासी की गई, गड्ढों को भरने दिए निर्देश work of over bridge stopped
दीपका तहसीलदार अमित केरकेट्टा के मुताबिक कुसमुंडा के व्यापारियों ने पानी निकासी की मांग की है, जिसके लिए एक्सीवेटर लगाकर व्यवस्था की गई। सड़क के गड्ढों को भरने के लिए एसईसीएल को निर्देश देते हुए जिम्मेदारी दी गई है।
कोरबा( ब्लैकआउट न्यूज़ )Attempt to save the responsible officer नगर निगम कोरबा के खरमोरा गौठान में 13 अगस्त को एक बछड़े की मौत का मामला अब बड़ा सवाल बन गया है। घटना को हुए कई दिन बीत गए, लेकिन अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। उल्टा, नगर निगम ने उस ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज करा दी जिसका गौठान से कोई संबंध ही नहीं था।जिम्मेदार अफसर को आखिर कौन बचा रहा है यह एक बड़ा प्रश्न है.
ठेकेदार को बनाया बली का बकरा Attempt to save the responsible officer
Attempt to save the responsible officer
जानकारी के अनुसार, जिस ठेकेदार रशीद खान पर नगर निगम ने लापरवाही का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज कराई, उसे केवल सफाई कार्य हेतु श्रमिक उपलब्ध कराने का ठेका दिया गया था। अनुबंध की शर्तों में गौठान या पशुओं की देखरेख का कहीं कोई उल्लेख नहीं है। ठेकेदार का दायित्व केवल सफाई कर्मी उपलब्ध कराना था।
इसके बावजूद नगर निगम अधिकारियों ने पूरा ठीकरा ठेकेदार पर फोड़ दिया और उसे ही दोषी ठहराने की कोशिश की। सवाल उठता है कि जब गौठान में पशुओं की देखभाल, चारा-पानी और स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए निगम द्वारा दो-दो इंचार्ज कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है, तो आखिर जिम्मेदारी उन पर क्यों नहीं तय की गई?
ठेकेदार ने प्रमाण सहित थाने मे शिकायत की फिर भी अफसर पर कार्यवाही नहीं Attempt to save the responsible officer
Attempt to save the responsible officer
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ठेकेदार ने अपनी बेगुनाही के प्रमाणों के साथ लिखित आवेदन जिला पुलिस अधीक्षक, जिला कलेक्टर और थाना सिविल लाइन को सौंपा है। लेकिन इसके बावजूद आज तक किसी भी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे साफ जाहिर होता है कि जिम्मेदार अधिकारी और तंत्र इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
निगम अधिकारी की सीधी जिम्मेदारी, लेकिन कार्यवाही सिफ़र Attempt to save the responsible officer
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, इस पूरे मामले में निगम अधिकारी अनिरुद्ध प्रताप सिंह गौठान के प्रभारी हैं। पशुओं की मौत उनकी देखरेख और पर्यवेक्षण की कमी का सीधा परिणाम है। नगर निगम ही गौठान में मवेशियों के लिए चारा और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करता है। इसके बावजूद अब तक अनिरुद्ध प्रताप सिंह या अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई भी आपराधिक या विभागीय कार्रवाई नहीं की गई है।
जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवाल
नगर निगम के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की खामोशी भी सवालों के घेरे में है। निर्दोष ठेकेदार पर झूठा केस दर्ज होना और असली दोषियों पर कार्रवाई न होना जनता के बीच गहरी नाराजगी पैदा कर रहा है। लेकिन किसी पार्षद या जिम्मेदार जनसेवक ने अब तक मुखर होकर आवाज नहीं उठाई।
साय सरकार में कौन बचा रहा दोषियों को?
साय सरकार बनने के बाद प्रशासन और शासन की जवाबदेही को लेकर जनता में उम्मीदें जगी थीं। लेकिन खरमोरा गौठान की यह घटना सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े कर रही है। जब पशुओं के साथ क्रूरता और लापरवाही का इतना बड़ा मामला सामने आया है और प्रमाण सहित शिकायतें दी गई हैं, तब भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं होना गंभीर सवाल है। आखिर ऐसे अफसर को संरक्षण कौन दे रहा है?
जनता का आक्रोश, प्रशासन की लापरवाही
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि निर्दोष ठेकेदार को बलि का बकरा बनाकर असली दोषियों को बचाने की कोशिश हो रही है। यदि जल्द ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो जनता आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर है।