मदद के बहाने उतरवाए गहने, असली नोट के नीचे कागज की रद्दी लगाकर बताई गड्डी, पोटली खोलते ही खुली कहानी

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शहर में महिला ठग घूम रही हैं, इनके टारगेट पर महिलाएं ही हैं। इसलिए अगर आपकी दादी, मां, पत्नी, बहन या घर की कोई अन्य महिला घर के बाहर अकेले जाती हैं, खासकर जिनकी उम्र 50 से 60 वर्ष के बीच है या इससे अधिक है तो सावधान हो जाएं। आपके घर की महिला पर इन महिला ठगों की निगाह हो सकती है। इसलिए सावधान हो जाएं…कहीं आपके घर की कोई महिला इन महिला ठगों का शिकार न बन जाए।शहर में महिला ठग घूम रही हैं, इनके टारगेट पर महिलाएं ही हैं। इसलिए अगर आपकी दादी, मां, पत्नी, बहन या घर की कोई अन्य महिला घर के बाहर अकेले जाती हैं, खासकर जिनकी उम्र 50 से 60 वर्ष के बीच है या इससे अधिक है तो सावधान हो जाएं। आपके घर की महिला पर इन महिला ठगों की निगाह हो सकती है। इसलिए सावधान हो जाएं…कहीं आपके घर की कोई महिला इन महिला ठगों का शिकार न बन जाए।

महिला ठगों ने इसी तरह मुरार में भी एक महिला के साथ इसी तरह ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। फिलहाल महिला ठगों ने दो वारदातों को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दे दी है, लेकिन महिला ठगों के बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। महिला से सोने की चार चूड़ियां, 1 मंगलसूत्र, 3 अंगूठियां उतरवा ले गई।

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पढ़िए पूरी कहानी…ठगी का शिकार हुई महिला की ही जुबानी

मैं खासगी बाजार स्थित अशोक कालोनी में रहत हूं। मेरे जेठ के बेटे की शादी है। इसके चलते घर में लोगों का आना-जाना लगा रहता है। मैं भी बाजार सामान खरीदने के लिए गई थी। पति बाहर गए थे, जबकि बेटी की तबियत ठीक नहीं थी तो घर पर ही थी। मैं छत्री बाजार स्थित दुकान पर सामान खरीद रही थी। तभी तीन युवतियां मेरे पास आई। आकर सीधे दो युवती तीसरी युवती की तरफ इशारा कर बोलीं- इसके पास 2-3 लाख रुपये हैं। भोपाल की रहने वाली है। भोपाल तक छोड़ना है, अगर अकेले जाने दिया तो उसके साथ कुछ भी हो सकता है। पहले तो मना कर दिया, फिर पता नहीं इन्होंने क्या किया मैं उनकी बात मानती चली गई। मुझे इ-रिक्शा में बैठाया। हनुमान चौराहे तक ले गईं। हनुमान चौराहे पर ले जाकर इ-रिक्शा से उतारा, फिर मुझसे कहा- आंटी आप यह रुपये रख लो। पोटली में रुपये रखे थे। मुझसे गहने उतारकर भी इसमें ही रख दिए। फिर मुझे भेज दिया। रास्ते में जब मैंने पोटली खोली तब उसमें नोट के नीचे रद्दी लगी थी, गहने गायब थे। फिर बेटी को मैंने फोन लगाया। बेटी ने थाने पहुंचने की बात कही। थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। हम उसी जगह वापस गए, यहां कैमरे देखना चाहे लेकिन दुकानदार बोले- कैमरे खराब हैं। अभी महिलाएं पकड़ी नहीं गई हैं, हमने जनकगंज थाने में एफआइआर दर्ज करवाई है।

 

 

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