उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से गुरुवार (28 मार्च) रात को मौत हो गई। उसे उल्टी की शिकायत और बेहोशी की हालत में रात 8:25 बजे जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। 9 डॉक्टरों ने इलाज किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
शुक्रवार को 3 डॉक्टरों के पैनल सहित 5 लोगों की टीम ने मुख्तार का पोस्टमॉर्टम किया। सुबह 11 बजे शुरू हुआ पोस्टमॉर्टम दोपहर 1.30 बजे तक चला। मुख्तार का शव परिजन को सौंपा जाएगा। जिसके बाद सड़क के रास्ते मुख्तार को पुश्तैनी घर गाजीपुर लाया जाएगा। यहां काली बाग कब्रिस्तान में उसे सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
इसी बीच मुख्तार के बेटे उमर ने बांदा DM को पत्र लिखा। मांग की है कि पिता मुख्तार का दिल्ली AIIMS में पोस्टमार्टम कराया जाए। हमारे परिवार को बांदा की चिकित्सा व्यवस्था पर भरोसा नहीं है। उधर, बांदा डीएम की संस्तुति पर मुख्तार की मौत मामले की न्यायिक जांच के आदेश CJM ने जारी किए हैं।
इधर, पूरे राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मऊ और गाजीपुर में धारा 144 लागू कर दी गई है। बांदा में भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। DGP मुख्यालय ने भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।