PM नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक न्यूज चैनल से बातचीत की। मोदी ने कहा कि भारत के सुप्रीम कोर्ट ने लगभग दो दर्जन बार कहा है कि इस देश में UCC लाओ। हमें झूठे नैरेटिव से बचना चाहिए। इस देश में सबसे पहले संविधान के साथ खिलवाड़ पंडित नेहरू ने किया। उन्होंने संविधान में जो अमेंडमेंट लाए, वो फ्रीडम ऑफ स्पीच को रोकने के लिए था। जो लोकतंत्र के खिलाफ था, संविधान के भी खिलाफ था।
दूसरा अमेंडमेंट उनकी बेटी लाई। उन्होंने कोर्ट के जजमेंट को उलट दिया, जब देश में आंदोलन चला तो उन्होंने इमरजेंसी लगा दी। इसके बाद उनके बेटे आए, शाहबानो का जजमेंट आया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट को उलट दिया। धर्म के आधार पर आरक्षण पर मोदी ने कहा जब तक मोदी जिंदा है तब तक धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा।
बातचीत के दौरान मोदी ने सरकार के पहले 125 दिन के प्रोग्राम, आरक्षण, फैसलों की जिम्मेदारी लेना, भाजपा का 400 पार का नारा जैसे कई मुद्दों पर बातचीत की।
पेश है उनके इंटरव्यू के प्रमुख अंश
धर्म के आधार पर आरक्षण
पीएम मोदी ने कहा एक ही परिवार के चार लोगों ने अलग-अलग समय पर संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। उन लोगों के लिए संविधान को लेकर इस प्रकार की गंदी हरकतें करने का जमाना चला गया और इसलिए मैं आज डंके की चोट पर कहता हूं कि जब तक मोदी जिंदा है तब तक जो संविधान सभा की मूल भावना है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा मैं इसके लिए लड़ाई लड़ूंगा, जान खपा दूंगा।
धर्म के आधार पर आपने देश को बांट दिया। अब धर्म के आधार पर आप यह करोगे। क्या सिर्फ अपना पद बना रहे, कुर्सी मिलती रहे इसलिए यह खेल खेलते रहेंगे। देश इसे स्वीकार नहीं करेगा और मैं देश को एकजुट करूंगा। उसके लिए मैं अपना जीवन खपाऊंगा।