कोरबा (ब्लैकआउट न्यूज़)Harassment of traders by GST officer in Korba जीएसटी की अनावश्यक दस्तावेज कार्यवाही से परेशान व्यापारियों पर कोरबा में एक और आफत आन पड़ी है जिसमें कोरबा जीएसटी विभाग में 2 महीना पहले सदस्य जीएसटी अधिकारी प्रभाकर उपाध्याय द्वारा छोटे एवं मंजिलें व्यापारियों को अनावश्यक नोटिस भेज कर परेशान करने संबंधी शिकायत केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एवं राज्य वित्त मंत्री ओपी चौधरी से की गई है शिकायत में प्रभाकर उपाध्याय को तत्काल हटाए जाने की मांग की गई है.
Harassment of traders by GST officer in Korba

बतादे की कोरबा मे दों माह पूर्व पदस्थ किये गए राज्य कर अधिकारी (GST) प्रभाकर उपाध्याय, कोरबा सर्किल-2 द्वारा छोटे व्यापारियों का अनावश्यक उत्पीड़न कर व्यापार को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है छोटे व्यापारियों को अनावश्यक नोटिस भेजकर दबाव बनाया जा रहा है जिससे व्यापारियों मे भययूक्त आक्रोश देखने को मिल रहा है.
कोरबा जिले के सर्किल-2 में पदस्थ राज्य कर (जीएसटी) अधिकारी शप्रभाकर उपाध्याय के विरुद्ध लगातार गंभीर शिकायतें सामने आ रही हैं। शिकायत मे कहा गया है की
Harassment of traders by GST officer in Korba

1. छोटे-छोटे व्यापारी, जो केवल टैक्स-फ्री (मुक्त) कारोबार करते हैं और जिनकी GSTR-3B एवं GSTR-1 में कोई अंतर नहीं है, यहाँ तक कि GSTR-2B और 3B भी पूरी तरह मेल खाते हैं, ऐसे करदाताओं को ASMT-10 नोटिस भेजे जा रहे हैं।
इन नोटिसों में उनसे ऑडिट रिपोर्ट, स्टॉक का प्रतिशतवार विवरण, खरीदी-बिक्री के बिल, 26AS जैसे दस्तावेज़ माँगे जा रहे हैं।
यह माँग जीएसटी के उच्च अधिकारियों द्वारा जीएसटी के ऑडिट में मांगे जाते हैं, टर्नओवर की सीमा के अनुरूप।
2. जब व्यापारी विधि अनुसार ASMT-11 में ऑनलाइन उत्तर देते हैं, तो श्री प्रभाकर उपाध्याय स्वयं व्यापारी को फोन कर यह कहते हैं कि – “आप ऑफिस आकर मिलिए, आपकी बिक्री हम तय करेंगे।”
यह आचरण पूर्णतः ग़ैर-कानूनी, अमर्यादित एवं व्यापार विरोधी है। Harassment of traders by GST officer in Korba
सरकार द्वारा जीएसटी प्रणाली को पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य की यह सीधी अवहेलना है।
3. विशेष उल्लेखनीय है कि प्रभाकर उपाध्याय को कोरबा सर्किल-2 में पदस्थ हुए मात्र दो माह ही हुए हैं, और इतने अल्प समय में ही उन्होंने व्यापारियों को अनावश्यक उत्पीड़न एवं अव्यवहारिक नोटिसों से परेशान करना प्रारंभ कर दिया है।
यह स्थिति न केवल उनकी कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न खड़ा करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो व्यापारिक वातावरण और बिगड़ सकता है।
4. माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री स्वयं बार-बार यह आश्वासन देते रहे हैं कि ईमानदार व छोटे व्यापारियों को किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानियों से मुक्त रखा जाएगा। परंतु, श्री प्रभाकर उपाध्याय जैसे अधिकारी इन नीतियों को ठेंगा दिखाकर व्यापारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं, जिससे न केवल व्यापारी वर्ग का भरोसा डगमगा रहा है, बल्कि राज्य और केंद्र सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है।
व्यापारियों ने कहा हमारी मांग Harassment of traders by GST officer in Korba

1. प्रभाकर उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से कोरबा सर्किल-2 के व्यापारियों के कर निर्धारण के कार्य से हटाकर किसी अन्य कार्य में पदस्थ किया जाए।
2. यह भी उच्च स्तरीय जांच की जाए कि अब तक उनके द्वारा इस तरह के कितने अनावश्यक नोटिस (ASMT-10 आदि) काटे गए हैं, ताकि वस्तुस्थिति साफ हो सके।
3. विभाग यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में किसी भी ईमानदार व्यापारी को इस प्रकार की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई का सामना न करना पड़े। या उनका ट्रांसफर कहीं और कर दिया जाए।
चेम्बर ऑफ़ कामर्स ने जताया विरोध

इस संदर्भ में कोरबा चेंबर ऑफ कॉमर्स योगेश जैन से बात की गई उन्होंने व्यापारियों का पक्ष लेते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि अगर व्यापारियों को किसी भी अधिकारी द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है तो इसकी उच्च स्तरीय शिकायत के साथ यथासंभव उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी व्यापारियों को दबाने का प्रयास बेमानी है.
ऐसा प्रयास करने वाला कोई भी अफसर यह जान ले कि व्यापारी ही शहर की रीढ़ है और रीढ़ पर हमला करना व्यापारियों को पंगु बनाने के बराबर है चेंबर ऑफ कॉमर्स कोरबा ऐसा कदापि नहीं होने देगा और इसका भरपूर विरोध किया जाएगा.