BSP Health Department in action सरकारी डॉक्टर कर रहे प्राइवेट अस्पताल में प्रैक्टिस,स्वास्थ्य विभाग ने 24 नर्सिंग होम्स, 31 क्लीनिक की बनाई सूची

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BSP Health Department in action बिलासपुर जिले में सरकारी डॉक्टरों के प्राइवेट अस्पताल में प्रैक्टिस करने की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने 24 नर्सिंग होम्स और 31 क्लीनिक की लिस्ट तैयार की है। ऐसे डॉक्टर्स पर विभाग कार्रवाई करने की तैयारी में है। इनमें संभाग के सबसे बड़े CIMS और जिला अस्पताल के डॉक्टर्स भी शामिल हैं।

 

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कलेक्टर के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। इनमें 24 नर्सिंग होम्स और 31 प्राइवेट क्लीनिक की लिस्टिंग की गई है, जहां सरकारी डॉक्टर काम कर रहे हैं। माना जा रहा है कि प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सरकारी डॉक्टरों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। बता दें कि जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने भी डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस करने पर ऐतराज जताया था।

BSP Health Department in action

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स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ ही नगर निगम की टीम भी कर रही प्राइवेट हेल्थ सेंटर्स की जांच।

दरअसल, सिम्स की अव्यवस्था को लेकर पहली बार हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई है और इस केस की लगातार सुनवाई की जा रही है। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सिम्स परिसर में साफ-सफाई, वार्ड और टॉयलेट सहित सभी जगहों पर साफ-सुथरी व्यवस्था बनाने की कवायद चल रही है। हाईकोर्ट की फटकार के बाद शासन स्तर पर सिम्स की खामियों को दूर करने के लिए यहां ओएसडी की नियुक्ति की गई है, बावजूद इसके व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। इसकी प्रमुख वजह यहां के डॉक्टरों और स्टाफ की मनमानी है।

न्याय मित्रों ने बताई थी अव्यवस्था की मुख्य वजह BSP Health Department in action

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चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की नाराजगी जताने के बाद कलेक्टर अवनीश शरण लगातार सिम्स का निरीक्षण कर रहे हैं। इसके साथ ही न्याय मित्रों ने सिम्स का निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपी थी, जिसमें बताया गया कि सिम्स में पदस्थ ज्यादातर डॉक्टर शहर के प्राइवेट अस्पताल में सेवाएं दे रहे हैं। यही वजह है कि यहां सभी सुविधाएं होते हुए भी अव्यवस्था का आलम है, ताकि यहां से परेशान होकर मरीज और उनके परिजन प्राइवेट अस्पताल का रुख करें।

कलेक्टर अवनीश शरण ने भी हाईकोर्ट में स्वीकार किया था कि सिम्स में प्रबंधन के अभाव में दिक्कतें हो रही हैं। जिसके कारण क्लिनिकली समस्याएं हो रही हैं। उन्होंने हाईकोर्ट को आश्वस्त किया था कि मनमानी करने वाले ऐसे डॉक्टरों पर सख्ती से कार्रवाई कर तमाम अव्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाएगा।

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