कोरबा/पाली ( ब्लैकआउट न्यूज़) शपथ ग्रहण समारोह मे प्रशासनिक चूक नये नये विवाद का कारण बन रही है चुंकि सभी निगम एवं नगर पालिका नगर पंचायतों मे शपथ ग्रहण समारोह का आईजान किया गया था प्रशासन ने इसकी व्यवस्था की थी लेकिन बांकी मोंगरा मे 13 कंग्रेसी पार्षदों ने सांसद ज्योत्स्ना महंत को फोटो नहीं लगने से नाराज शपथ ग्रहण के आयोजन का बहिष्कार कर नारे बाजी करते हुए बाहर चले गए.

ये विवाद अभी थमा नहीं की एक और बड़ी प्रशासनिक चूक पाली नगर पंचायत के शपथ ग्रहण समारोह मे सामने आयी है जिसने भाजपा जिलाध्यक्ष की कुर्सी मंच से गायब थी चुंकि प्रशासन ने सभी अतिथियों के लिए मंच पर आसन्न बनाया था और उसमे नाम पत्तिका लगाई गयी थी कार्यकर्म शुरू होने से पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज शर्मा मंच पर चढ़े अपनी नाम पत्तिका वाली कुर्सी न पाकर नाराज हो गए और मंच के सामने दर्शक दीर्घा मे बैठ गए.
यह देखकर प्रशासन मे हड़कंप मच गया और किसी तरह मान मनोवल कर जिलाध्यक्ष मनोज शर्मा के लिए मंच पर कुर्सी लगाई गई तब अध्यक्ष ने अपना असन्न ग्रहण किया इसके चलते कार्यक्रम 10 से 15 मिनट तक रुका रहा.
दीपका नगर पालिका के 6 कांग्रेसी पार्षदों ने भी नहीं ली शपथ Oath-taking Ceremony Controversy Breaking

इसी तरह दिव्या नगर पालिका के 6 कांग्रेसी पार्षदों ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया है कि कार्यक्रम शपथ ग्रहण कार्यक्रम पूरा भाजपा में कर दिया गया है वही हमारे नेता कोरबा की संसद योजना चरणदास महंत के फोटो को नहीं लगाकर प्रशासन ने संसद का अपमान किया है और प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर संसद को अपमानित करने का प्रयास किया जो हमें मंजूर नहीं है यही वजह है कि 6 कांग्रेसी पार्षदों ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया
एसडीएम ने कहा इस Oath-taking Ceremony Controversy Breaking

संबंध में पत्रकारों ने जब एसडीएम से कांग्रेसी पार्षदों के शपथ नहीं लेने से संबंधित सवाल किया तब उन्होंने गोल-गोल जवाब देते हुए कहा की सभी पार्षदों ने शपथ लिया है लेकिन कुछ पार्षद अनुपस्थित थे इसलिए वे शपथ नहीं ले सके जिन्हें बाद में शपथ दिलाई जाएगी जबकि वास्तविकता यह है कि कांग्रेसी पार्षदों ने अपने नेता का अपमान होने की वजह से कार्यक्रम का बहिष्कार किया था