क्लास में पढ़ रहे थे बच्चे, भरभराकर गिरा प्लास्टर:कवर्धा के सरकारी स्कूल की हालत जर्जर; बाल-बाल बची 30 बच्चों और शिक्षक की जान

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कवर्धा ब्लॉक के बहरमुड़ा शासकीय मिडिल स्कूल में बच्चे पढ़ रहे थे, तभी छत का प्लास्टर भरभराकर नीचे गिर पड़ा। गनीमत ये रही कि घटना में बच्चे बाल-बाल बच गए और उन्हें चोट नहीं आई। फिलहाल सभी बच्चों को कक्षा के बाहर निकाल लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को बहरमुड़ा गांव के शासकीय मिडिल स्कूल में रोजाना की तरह बच्चे पढ़ने के लिए आए थे। यहां क्लास में 30 बच्चे पढ़ रहे थे, तभी कुछ बच्चों के सिर पर रेत गिरने लगी। उन्होंने तुरंत टीचर को बताया। शिक्षक मे तत्काल सभी बच्चों को कक्षा से बाहर निकाला।

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बहरमुड़ा शासकीय मिडिल स्कूल में छत का प्लास्टर भरभराकर नीचे गिर पड़ा।
बहरमुड़ा शासकीय मिडिल स्कूल में छत का प्लास्टर भरभराकर नीचे गिर पड़ा।

10 फीट एरिया की छत का प्लास्टर गिरा

जैसे ही बच्चे क्लास से बाहर निकले, करीब 10 फीट एरिया की छत का प्लास्टर भरभराकर गिर पड़ा। अगर वहां पर बच्चे होते, तो बड़ा हादसा हो सकता था। ये शासकीय मिडिल स्कूल काफी जर्जर हो चुका है। पिछले सत्र में स्कूल खुलने से पहले यहां की मरम्मत के लिए शासन ने 3.40 लाख रुपए भी दिए थे, लेकिन जिम्मेदारों की मिलीभगत से ठेकेदार ने भ्रष्टाचार कर राशि की बंदरबांट कर ली। जिसका खामियाजा यहां पढ़ने वाले बच्चों और शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है।

टेबल पर पड़ा छत की प्लास्टर का हिस्सा।
टेबल पर पड़ा छत की प्लास्टर का हिस्सा।

मेंटेनेंस राशि की बंदरबांट

प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी एमके गुप्ता ने बताया कि मेंटनेंस राशि देने के बावजूद ऐसा क्यों हुआ, इसकी जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात उन्होंने कही है। जिले के ज्यादातर शासकीय स्कूलों में मेंटनेंस नहीं होने से बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। कई स्कूल तो खंडहर में तब्दील हो चुके हैं, जिन्हें डिस्मेंटल किया जाना बहुत जरूरी है, नहीं तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

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