मनेन्द्रगढ़। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक गुलाब कमरो के स्वेच्छानुदान राशि का पर्चा विधायक रेणुका सिंह ने बंटवाया था. चुनाव में गुलाब कमरो की हार के पीछे अन्य कारणों के साथ कांग्रेसी और निजी कर्मियों को स्वेच्छानुदान राशि देना भी एक बड़ी वजह माना गया. लेकिन अब वही स्वेच्छानुदान राशि के मामले में विधायक रेणुका सिंह घिर गई हैं.
भरतपुर-सोनहत विधायक रेणुका सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं, अपने करीबियों और समर्थकों के साथ ही अपने वाहन चालक पंकज सोनी की पत्नी आरती सिंह के नाम स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता के तौर पर 10 हजार रुपए दिए जाने की बात सामने आई है. यही नहीं रेणुका सिंह के राजधानी रायपुर स्थित देवेंद्र नगर बंगले में कार्यरत जय प्रकाश देवांगन को भी स्वरोजगार के लिए 10 हजार रुपए दिया है. इसके अलावा विधायक के साथ अक्सर देखे जाने वाले व विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रवेश करने वाले भगवान दास के भाई नागेंद्र दास को भी स्वेच्छानुदान निधि से 10 हजार रुपए मिला है.
भाजपा कार्यालय प्रभारी को भी स्वेच्छानुदान
विधायक रेणुका सिंह के स्वेच्छानुदान से उपकृत होने वालों की लंबी सूची है, जिसमें नवीन जिला मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के भाजपा जिला कार्यालय में कार्यालय प्रभारी के पद पर पदस्थ लालपुर निवासी प्रदीप कुमार वर्मा को इलाज के नाम पर 10 हजार रुपए दिए है. इसके अलावा भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष व महिला मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के भाई साहिल सिंह को इलाज के लिए 10 हजार रुपए और भाजपा नेत्री समा खान को पिता के ईलाज के लिए 10 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है.
दूसरे विधानसभा क्षेत्र के लोगों को भी हुए उपकृत
रेणुका सिंह भरतपुर सोनहत विधानसभा से विधायक है. रेणुका सिंह ने स्वेच्छानुदान भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के अलावा दूसरे विधानसभा क्षेत्र के लोगो को भी स्वेच्छानुदान दिया है. सूरजपुर नगरपालिका के पूर्व पार्षद लक्ष्मण कसेरा को 10 हजार के अलावा उन्होंने सूरजपुर के भाजपा नेता विशाल गुप्ता को भी 10 हजार का स्वेच्छानुदान दिया गया है. इसके अलावा सूरजपुर जिले के अन्य लोगो को भी विधायक ने स्वेच्छानुदान के तौर पर 10 हजार रुपये दिए है. सभी विधायक रेणुका सिंह के करीबी है.
पेयजल के लिए स्वेच्छानुदान
मोदी सरकार देशभर के जल जीवन मिशन योजना चला रही है. जिसके तहत सभी हर घर मे पानी पहुंचाने का लक्ष्य है. छत्तीसगढ़ में भी यह योजना लागू है. इसके बावजूद भी विधायक ने पेयजल के लिए 25 हजार रुपये का स्वेच्छानुदान दिया है. विधायक रेणुका सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर सरभोका के प्राचार्य मोतीलाल को पेयजल की सुविधा के लिए 25 हजार रुपये का स्वेच्छानुदान दिया है. अपने ड्राइवर, निजी कर्मचारी, भाजपा नेता, भाजपा कार्यालय प्रभारी के अलावा अपने करीबियों को विधायक ने स्वेच्छानुदान बांटा है.
घर-परिवार छोड़ चले थे चुनाव में
मामले में विधायक रेणुका सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के वक्त सब अपना काम धाम और घर परिवार छोड़कर चुनाव में लगे थे. इसलिए मैंने उन्हें स्वेच्छानुदान दिया है.