Outrage against NTPC NTPC के खिलाफ भुविस्थापित धरने पर, किया चक्कजाम

एनटीपीसी-कोरबा पर मनमानी का आरोप लगा उसके खिलाफ ग्राम धनरास में ग्रामीणों ने किया चक्का जाम

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कोरबा Outrage against NTPC कोरबा जिले के ग्राम धनरास में एनटीपीसी द्वारा संचालित राखड़ बांध से हो रही समस्याओं और रोजगार की मांग को लेकर ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस के बैनर तले चक्का जाम और काम बंद प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव लक्ष्मीकांत कंवर के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण और युवा शामिल हुए।

Outrage against NTPC11 सूत्रीय मांगों पर एनटीपीसी प्रबंधन से की चर्चा

Outrage against NTPC
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प्रदर्शन की जानकारी पहले ही शासन-प्रशासन को दे दी गई थी। इसको ध्यान में रखते हुए एनटीपीसी प्रबंधन ने दर्री तहसीलदार की उपस्थिति में युवाओं से चर्चा के लिए अपने कार्यालय में बुलाया। बैठक के दौरान युवाओं ने अपनी 11 सूत्रीय मांगें प्रबंधन के समक्ष रखीं। प्रबंधन ने कुछ मुद्दों पर सहमति जताई, लेकिन रोजगार से संबंधित मांगों पर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया, जिससे ग्रामीण नाराज हो गए।

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Outrage against NTPCराखड़ परिवहन बंद और डेम पर काम ठप्प  

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प्रबंधन से रोजगार के मुद्दे पर कोई सकारात्मक जवाब न मिलने के बाद नाराज ग्रामीणों ने राखड़ बांध पर पहुंचकर वाहनों को रोक दिया और वहां चल रहे काम को बंद करवा दिया। इस विरोध प्रदर्शन के बाद एनटीपीसी प्रबंधन ने अपने कार्यालय के गेट पर सीआईसीएफ जवानों को तैनात कर दिया, जबकि ग्रामीण वहीं बैठकर नारेबाजी करते रहे। ग्रामीणों की मांगों के प्रति प्रबंधन ने कोई ध्यान नहीं दिया, जिससे प्रदर्शन देर शाम तक जारी रहा।

पुलिस की मध्यस्थता के बाद प्रदर्शन हुआ समाप्त

प्रदर्शन की सूचना मिलते ही कटघोरा थाना प्रभारी धर्मनारायण तिवारी अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारी युवाओं से चर्चा की। युवाओं ने उन्हें बताया कि एनटीपीसी प्रबंधन की मनमानी के कारण ग्राम के लोग समस्याओं का सामना कर रहे हैं, खासकर रोजगार से जुड़ी मांगों को बार-बार नजर अंदाज किया जा रहा है।

थाना प्रभारी ने प्रबंधन के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की बात कही। काफी देर बाद प्रबंधन के अधिकारी वहां पहुंचे, लेकिन दोनों पक्षों के बीच कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई। अंततः थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों से प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक बैठक करने की सलाह दी, जिसे अगले 1-2 दिनों में आयोजित करने की बात कही गई। इस पर दोनों पक्ष सहमत हुए और ग्रामीणों ने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया।

हालांकि, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों का समाधान नहीं हुआ, तो वे फिर से बड़ा आंदोलन करेंगे। एनटीपीसी राखड़ बांध के कारण ग्राम में प्रदूषण और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं, जिनका समाधान ग्रामीण लंबे समय से मांग रहे हैं।

इस विरोध प्रदर्शन ने एनटीपीसी प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों के सामने धनरास के ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से उठाया गया है, और आने वाले दिनों में दोनों पक्षों के बीच क्या सहमति बनती है, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।

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