जांजगीर चांपा – Now corruption in paddy procurement जिले में लगातार सुर्खियां बटोर रहा खिसोरा मंडी का एक और हैरान करने वाला मामला सामने आया है जिसमें पंजीकृत किसान का खाता नंबर दर्ज करने के बजाय किसी दूसरे का खाता नंबर दर्ज कर दिया गया है। इस पूरे मामले में कंप्यूटर ऑपरेटर, खरीदी प्रभारी/ संस्था प्रबंधक, ब्रांच मैनेजर बलौदा एवं सुपरवाइजर की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।
Now corruption in paddy procurement

इसके पहले भी खरीदी केंद्र खिसोरा में केसीसी लोन एवं खरीदे गए धान की अफरा तफरी करने जैसी अनियमितता सामने आई थी जिसकी शिकायत कलेक्टर और उप पंजीयक से की गई है। शिकायत में जांच होना बाकी है, वही एक और मामला फिर से सामने आ गया है।
Now corruption in paddy procurement

लगातार ऐसे मामलों के सामने आने से ऐसा लग रहा है कि खिसोरा मंडी में संस्था प्रबंधक/खरीदी प्रभारी, कंप्यूटर ऑपरेटर सहित शाखा प्रबंधक बलौदा एवं सुपरवाइजर की मनमानी चरम पर है जिसकी जांच होने पर और भी गड़बड़ियां सामने आने की संभावना है। हालाकि इस मामले की लिखित शिकायत कलेक्टर जांजगीर चांपा और उप पंजीयक कार्यालय को करते हुए जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। अब देखना होगा कि इस मामले में किस-किस के द्वारा अनियमित की गई है और इस अनियमितता के पीछे किसको लाभ पहुंचाने का कार्य किया गया है, पूरी जांच होने के बाद ही मामले से पर्दा उठेगा और सच्चाई सामने आएगी।
क्या है पूरा मामलाNow corruption in paddy procurement

शिकायतकर्ता ने लिखित शिकायत करते हुए निवेदन किया है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बिलासपुर, शाखा – बलौदा, जिला – जांजगीर चांपा (छत्तीसगढ़) अंतर्गत धान खरीदी केंद्र खिसोरा में खरीदी वर्ष 2022-23 में कृषक कांदा बाई उर्फ कमलेश/ सुखराम द्वारा समर्थन मूल्य पर धान बिक्री करने नया पंजीयन कराया गया था जिसका किसान कोड TF5400460101340 है। उक्त कृषक द्वारा ग्राम पनौरा एवं लेवई तहसील – बलौदा की भूमि कुल रकबा 3.925 हेक्टेयर का पंजीयन कराया गया था जिसमे बैंक खाते में दर्ज खातेदार के नाम में ARUNA LAHARE D/O RATAN LAL LAHARE दर्ज है।
कृषक कांदा बाई उर्फ कमलेश के नाम पर पंजीयन होने के बाद कृषक द्वारा धान खरीदी केंद्र खिसोरा में दिनांक 22/12/2024 को कुल 145.20 क्विंटल धान विक्रय किया गया है। कृषक द्वारा विक्रय किए गए उक्त धान के एवज में प्राप्त होने वाले समर्थन मूल्य की राशि से संबंधित बिंदुवार जांच की आवश्यकता है।
1. पंजीकृत कृषक कांदा बाई उर्फ कमलेश/सुखराम द्वारा खरीदी वर्ष 2022-23 में पंजीयन कराएं गए सभी भूमि खसरा नंबर एवम् रकबा से संबंधित मूल ऋण पुस्तिका, बी वन, खसरा, मिशल एवम् अधिकार अभिलेख की जांच की जावे।

2. पंजीकृत कृषक कांदाबाई उर्फ कमलेश का नाम खातेदार के नाम पर दर्ज नहीं किया गया है बल्कि ARUNA LAHARE D/O RATAN LAL LAHARE का नाम दर्ज किया गया है जो की भिन्न – भिन्न है। पंजीकृत कृषक की जगह अन्य का नाम किस आधार पर और विभाग के किस नियम में प्रावधान है के तहत दर्ज किया गया की जांच की जावे।
3. पंजीकृत कृषक कांदा बाई उर्फ कमलेश द्वारा समर्थन मूल्य में बिक्री किए गए धान की राशि को किसके खाता में अंतरित किया गया का खाता क्रमांक और खातेदार का नाम की जांच की जावे और उक्त राशि किसके द्वारा आहरित की गई थी इसकी भी जांच की जावे।
अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में किसकी चली और किसके इशारे में इस तरह दुसरे का नाम दर्ज किया गया? क्या इस मामले में ब्रांच मैनेजर भी पूरी तरह संलिप्त थे? क्या इस मामले में गड़बड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी? और क्या एफआईआर भी दर्ज होगा?