संसद भवन में घुसकर हंगामा करने के मामले में दो और आरोपियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. एक का नाम साई कृष्ण जगली है जो कर्नाटक का रहने वाला है. उसके पिता सेवानिवृत्ति पुलिस अधिकारी रहे हैं. जबकि दूसरे का नाम अतुल कुलश्रेष्ठ है जो उत्तर प्रदेश के जालौन का रहने वाला है.
इन दोनों से पूछताछ के बाद इन्हें हिरासत में लेकर दिल्ली पुलिस की टीम दिल्ली आ रही है. सुरक्षा चूक मामले में पहले से छह आरोपी गिरफ्तार हैं और अब दो अन्य लोगों को हिरासत में लिए जाने के बाद आपके जेहन में यह सवाल घूम रहा होगा कि आखिर जो दोनों नए लोग पकड़े गए हैं, वे कौन हैं. तो चलिए हम आपको उनके बारे में विस्तार से बताते हैं.
मनोरंजन का रूममेट रहा है कर्नाटक से पकड़ा गया आरोपी
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संसद सुरक्षा चूक मामले में कर्नाटक के बागलकोटे शहर से सॉफ्टवेयर इंजीनियर साई कृष्ण को हिरासत में लिया है. वह कर्नाटक के विद्यागिरि में एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत है. जब उसे बागलकोट से हिरासत में लिया गया तो वह अपनी बहन के घर पर था.
दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, कृष्णा और मैसूर के रहने वाले एक अन्य आरोपी मनोरंजन डी एक दूसरे को इंजीनियरिंग कॉलेज के दिनों से जानते थे और रूममेट भी रह चुके हैं. मनोरंजन फिलहाल पुलिस हिरासत में है. सूत्रों ने बताया कि कृष्णा कर्नाटक पुलिस के एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी का बेटा है. उसके पिता सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रहे हैं.
क्या कहना है परिवार का
साई कृष्णा की बहन स्पंदा ने कहा कि दिल्ली पुलिस की एक टीम आई और उसके भाई को अपने साथ ले गई. स्पंदा ने कहा, ‘‘यह सच है कि दिल्ली पुलिस आई थी. मेरे भाई से पूछताछ की गई. हमने पूछताछ में पूरा सहयोग किया.’’ स्पंदा ने कहा कि उसके भाई ने ‘‘कुछ भी गलत नहीं’’ किया है. उसने कहा, ‘‘मनोरंजन और साई कृष्ण जगली दोनों ‘रूममेट’ थे. वर्तमान में मेरा भाई घर से काम करता है.’’
अतुल ने की थी आरोपियों से फेसबुक चैटिंग
इसी तरह से उत्तर प्रदेश के जालौन से जिस दूसरे शख्स को हिरासत में लिया गया है उसका नाम अतुल कुलश्रेष्ठ है. 50 वर्ष का अतुल को बुधवार को उत्तर प्रदेश के जालौन, उरई से हिरासत में लिया था. वह एक सोशल मीडिया पेज/समूह भगत सिंह फैंस क्लब का सदस्य था. इसी ग्रुप में बाकी आरोपी भी मेंबर थे जिनमें आपस में चैटिंग होती थी. पुलिस ने उसके क्रिमिनल रिकॉर्ड को खंगाला है, लेकिन किसी भी आपराधिक वारदात में उसकी पहले कोई संलिप्तता नहीं रही है.
दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया है कि संसद सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों से अतुल ने लंबे समय तक फेसबुक पर चैटिंग की थी. घुसपैठ की प्लानिंग के बारे में उसे जानकारी थी, इसलिए उसे हिरासत में लिया गया है. अब इन्हें बाकी आरोपियों के साथ बैठ कर पूछताछ की जाएगी.
मामले में गिरफ्तार किए गए बाकी आरोपी कौन हैं
मामले में गिरफ्तार किए गए छह आरोपी हैं – मैसूर का रहने वाला मनोरंजन डी, लखनऊ का सागर शर्मा, हरियाणा की नीलम आजाद, महाराष्ट्र के लातूर का अमोल शिंदे, राजस्थान का महेश कुमावत और पश्चिम बंगाल सह बिहार का ललित झा.
ललित झा की निशानदेही पर जले हुए फोन की बरामदगी के बाद, पुलिस ने पहले से दर्ज एफआईआर में आईपीसी की धारा 201 (सबूत नष्ट करना/साक्ष्य गायब करना) जोड़ने का फैसला किया है. झा ने संसद के बाहर अमोल और नीलम के विरोध प्रदर्शन का वीडियो बनाने के बाद इसे कई लोगों के साथ शेयर भी किया और उन्हें इसे प्रसारित करने के लिए कहा. इन लोगों ने 13 दिसंबर को संसद भवन में घुसकर हंगामा खड़ा किया था जिस मामले में घर पकड़ हो रही है.