कोरबा/ब्लैकआउट न्यूज़- सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा में जारी एक बयान में बताया कि नगर पालिक निगम द्वारा प्रियदर्शनी स्टेडियम के बाजू में स्विमिंग पुल का टेंडर 3 वर्षों के लिए जारी किया है निविदा में भाग लेने का 18 अप्रैल तक अवसर दिया गया है जिसमें 2लाख ₹ रक्षा धन तथा प्रतिवर्ष निविदा प्राप्त करने वालों के लिए ₹5लाख किराया निर्धारित किया गया यह निविदा केवल 3 वर्षों के लिए होगी ऐसा निविदा में कहां गया नियम और शर्तों का हवाला देकर कहा गया है कि स्विमिंग पूल का देखरेख सुरक्षा आदि से लेकर सब कुछ निविदाकर्ता के अधीन होगा, कोई भी घटना -दुर्घटना के लिए निविदाकर्ता जिम्मेदार होगा।
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सिन्हा ने आगे बताया कि पूर्व में स्विमिंग पूल संचालक का देहांत हो जाने के कारण नई निविदा आमंत्रित की गई है जिसमें प्रत्येक स्विमिंग पूल में भाग लेने वाले हितग्राहियों को प्रतिमाह ₹1000 शुल्क देने पर ही वह तैराकी स्विमिंग पुल में भाग ले सकता है ऐसे में जो गरीब तैराकी प्रतियोगिता के लिए भाग लेना चाहते हैं वह धन के अभाव में वंचित हो जाएंगे व भाग नहीं ले पाएंगे ऐसा लग रहा है।
कोरबा में खेल अकादमी स्विमिंग में अभी तक प्रैक्टिस के लिए नहीं खोला गया है जबकि जून माह में प्रतिभागी को प्रतियोगिता में भाग लेना है ऐसे में बिना तैयारी के तैराकी प्रतियोगिता में कैसे सफल होंगे यह चिंता का विषय है।
सिन्हा ने आगे बताया कि नगर निगम द्वारा स्विमिंग पूल के निविदा निकालने के पश्चात शहर में चर्चा है कि निगम के एक अधिकारी, व श्रम विभाग के एक निरीक्षक यह दोनों मिलकर अपनी पत्नियों के नाम से यह टेंडर लेना चाहते हैं जबकि स्विमिंग पूल संचालन हेतु निगम द्वारा नियम और शर्तें जो रखी गई है उसको धत्ता बताते हुए अपरिपक्वत व अनुभवहीन द्वारा स्विमिंग पूल की निविदा हथियाना चाह रहे हैं जो भविष्य में दुर्घटना का कारण बन सकता है क्योंकि अनुभवी व परिपक्व जो वर्षों से अनेक शहरों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं
उन्हें वंचित करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है जो चर्चा का विषय है स्थानीय व्यक्तियों द्वारा निविदा क्यों लेना चाहते हैं इसके पीछे, स्विमिंग पूल में कमाई का जो जरिया है वह सदस्य की संख्या पर निर्भर है प्रतिमाह प्रति सदस्य ₹1000 निर्धारित किया गया है अधिकतर लोग बिना सदस्य बने स्विमिंग पूल का आधे दर में आनंद लेंगे या प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए तैयारी करेंगे इसलिए अवैध कमाई के लिए निविदा अनुभवी परिपक्व संस्थानों को देने के बजाय कोरबा के इर्द-गिर्द ऐसे लोगों को देने की योजना बनाई गई है अप्रत्यक्ष रूप से जो अनुभवी या परिपत्र ना हो ऐसी शहर में चर्चा है।
सिन्हा ने आगे बताया कि प्रियदर्शनी स्टेडियम स्विमिंग पूल का तो टेंडर निकाल दिया गया है लेकिन वही दूसरी ओर अप्पू घर वेय पुल का टेंडर आज तक नहीं निकाला गया इसमें भी बड़ी राज है क्योंकि अप्पू घर में बेय पुल के लिए जो टिकट निर्धारित है ऐसा लोगों का कहना है की बहुत से प्रतिभागी प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में बिना टिकट का बेय पुल का आनंद लेते हैं उसने भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी है ऐसे लोगों की कमाई महीने में लाखों की है जो भ्रष्टाचार का जीता जागता नमूना दिखाई दे रहा है इसलिए अप्पू घर बेयपुल का आज तक निविदा जारी न कर प्रतिवर्ष लाखों रुपए का भ्रष्टाचार का खेल जारी है।
सिन्हा ने जिला प्रशासन से अप्पू घर बेयपूल बिना टेंडर के चलाए जा रहे हैं इसकी सूक्ष्म जांच कराई जाए ताकि भ्रष्टाचार उजागर हो सके।