दुर्ग पुलिस की ACCU (Anti-Crime and Cyber Unit) टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। कुम्हारी थाना पुलिस ने पंजाब से हेरोइन लाकर छत्तीसगढ़ में तस्करी करने वाले दो भाइयों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि 2 युवक पंजाब से हेरोइन लाकर दुर्ग जिले में खपाते हैं। इस पर एसपी जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर क्राइम टीम के प्रभारी कपिल देव पांडे ने मामले की जांच की। इसके बाद कुम्हारी में घेराबंदी कर पंजाब के रहने वाले दोनों आरोपियों निशांत सिंह और सतेन्दर सिंह को हेरोइन के साथ पकड़ा। तलाशी लेने पर आरोपियों के पास से अलग-अलग कुल 16 ग्राम हेराइन मिली, जिसकी कीमत करीब एक लाख रुपए है।
ढाई हजार में खरीदकर 5 से 6 हजार रुपए में बेचते थे
आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि पंजाब से हेरोइन ढाई हजार रुपए प्रतिग्राम के हिसाब से लाकर वे यहां 5 से 6 हजार रुपए तक में बेचते थे। सोमवार को भी दोनों आरोपी टाटीबंध से माल सप्लाई करने के लिए कुम्हारी पहुंचे थे। उन्हें ऑटो से उतरते ही क्राइम ब्रांच की टीम ने धर दबोचा।
साल भर पहले रायपुर में पकड़े गए थे
बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी आपस में चचेरे भाई हैं। पंजाब से हेरोइन लाकर रायपुर में बेचने के आरोप में दोनों सालभर पहले भी पकड़े जा चुके हैं। आरोपी रायपुर जेल से कुछ महीने पहले ही जमानत पर छूटे हैं।
टाटीबंध को बनाया ठिकाना
दोनों आरोपी मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं, जो छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के टाटीबंध में रहकर ट्रक ड्राइवरी का काम करते थे। फिर अचानक हेरोइन की तस्करी में लिप्त हो गए। आरोपियों ने बताया कि टाटीबंध में ज्यादातर ट्रक ड्राइवर ही रहते हैं, इसलिए उनकी जान-पहचान वहां के लोगों से है। यही वजह है कि वे टाटीबंध में किराए का मकान लेकर रहते थे, ताकि कोई उन पर शक नहीं करे।
फिलहाल दुर्ग की कुम्हारी थाना पुलिस ने दोनों भाइयों को धारा 22 (क) एनडीपीएस के तहत गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।