दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (पीए) बिभव कुमार के आवास पर छापा मारने पहुंचे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी तलाशी लेने के बजाए उनके घर के ‘लिविंग रूम’ में बैठे रहे। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने बुधवार को यह दावा किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने किसी कमरे की तलाशी नहीं ली और न ही कोई दस्तावेज खंगाला।
आतिशी ने संवाददाताओं से कहा कि अधिकारियों ने यह तक नहीं बताया कि वह किस मामले की जांच करने के लिए पहुंचे थे। आतिशी के दावों पर ईडी से कोई अभी प्रतिक्रिया नहीं मिली है। सूत्रों ने मंगलवार को बताया था कि दिल्ली जल बोर्ड की निविदा प्रक्रिया में ‘अनियमितताओं’ के संबंध में यह छापेमारी की गयी।
आतिशी ने दावा किया कि ‘पंचनामा’ दस्तावेज यह दर्शाता है कि ईडी की टीम कुमार के घर से दो जीमेल खातों के कुछ डाउनलोड और परिवार के तीन फोन अपने साथ ले गयी। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी की छापेमारी और कुछ नहीं बल्कि केजरीवाल को दबाने के लिए उन पर किया गया एक हमला है क्योंकि एक वहीं हैं, जिन्होंने खुलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती दी है।
राष्ट्रीय राजधानी में ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत 10 से 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी। बिभव कुमार के अलावा, आम आदमी पार्टी (आप) के कोषाध्यक्ष एन डी गुप्ता के कार्यालय, पूर्व डीजेबी सदस्य शलभ कुमार, एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) पंकज मंगल और आप से जुड़े कुछ अन्य लोगों के आवास पर एजेंसी के अधिकारियों ने छापेमारी की थी।