कोरबा/ब्लैकआउट न्यूज़ – Corruption in Korba Corporation नगर पालिका निगम कोरबा के ठेकेदारों ने आयुक्त को पत्र लिखकर नगर पालिका निगम के लेखाधिकारी अशोक देशमुख के खिलाफ पड़ का दुर्पियोग कर निगम के पैसो की बंदरबाँट किये जाने की गंभीर शिकायत की है. शिकायत मे निगम हित मे लेखाधिकारी अशोक देशमुख को तत्काल हटाने की मांग की है. शिकायत मे पीड़ित ठेकेदारों ने लिखा है की
Corruption in Korba Corporation

1. जीर्ण शीर्ण सड़कों का मरम्मत कार्य मद हेतु 30.00 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई थी किंतु भुगतान 32.00 लाख रूपये किये गये है। रू. 2.00 लाख का खर्च किया गया जिसकी स्वीकृति सक्षम अधिकारी (आयुक्त महोदया) से नहीं ली गई, जो कि रोकी जा सकती थी शासन से स्वीकृति उपरांत भुगतान किया जाना था यह कृत्य वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आता है।
2. यूआईपीए के तहत शासन से प्राप्त राशि का दूसरें मद में व्यय कर दिया गया है, जो कि शासन के निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन है, किंतु कमिशन खोरी के चक्कर में भुगतान कर दिया गया है।
Corruption in Korba Corporation

3. इनके द्वारा सभी ठेकेदारों के घर-घर जाकर 4.5 प्रतिशत का कमिशन लिया जा रहा है जबकि आयुक्त महोदय द्वारा सख्त निर्देश है कि किसी प्रदार लेने देने न किया जाए किंतु श्री अशोक देशमुख द्वारा जिसका पैसा प्राप्त होता है उनका चेक पहले भुगतान कर दिया जाता है और जो ठेकेदार पैसा नहीं देते है उनका भुगतान महिनों तक नहीं करते है।
4. अपने पुत्र चन्द्र कांत देशमुख को आई.डी.बी.आई. बैंक में सर्विस दिलाने के लिए उक्त बैंक में खाता खोला गया एवं पुत्र के प्रमोशन हेतु निगम फण्ड आई.डी.एफ.सी. फर्स्ट बैंक में भेजा जा रहा है। (जानकारी हेतु कैश शाखा से वित्तीय लेनदेन एवं उनकी पुत्र की ज्वाइनिंग आदि की तिथि से परीक्षण की जा सकता है)
कोरबा निगम अंबिकापुर के चार्टर्ड एकाउण्टेंट के हवाले
5. नगर पालिक निगम में चार्टर्ड एकाउण्टेंट को प्रतिमाह रू. 150000.00 लगभग का भुगतान प्रतिमाह किया जाता है जबकि चार्टर्ड एकाउण्टेट द्वारा अम्बिकापुर से महिने में एक दिन ही कोरबा का दौरा होता है। नस्तियों में साईन उनके कर्मचारियों द्वारा किया जाता है। उक्त राशि से कम खर्च पर कोरबा में सीए मिल सकते हैं, जिसके लिए खुली रूचि की अभिव्यक्ति आमंत्रण करने पर मिल सकते हैं।