सीएम बघेल से मिले आबकारी अधिकारी, बोले- मारपीट और प्रताड़ित कर रही ईडी

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रायपुर/ब्लैकआउट न्यूज़- आबकारी विभाग के सचिव, विशेष सचिव सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने जांच के नाम पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर मारपीट और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।

आबकारी सचिव निरंजन दास और विशेष सचिव एपी त्रिपाठी के नेतृत्व में आबकारी से जुड़े लगभग 50 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की।

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प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के सामने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और उनके साथ घटित घटनाक्रम पर 30 पेज से अधिक का ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में जिक्र किया गया है कि ईडी के आला अधिकारी पहले से लिखे कागज पर कुछ अधिकारियों और कारोबारियों के नाम लेकर आए थे और जांच के बाद उनसे हस्ताक्षर करने का दबाव बना रहे थे। 29 और 30 मार्च 2023 को ईडी छापे के बाद से यह सिलसिला लगातार जारी है। इनमें विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, शराब दुकानों में काम करने वाले प्लेसमेंट के कर्मचारी, शराब व्यवसायी आदि शामिल हैं।

चिठ्ठी में लिखा गया है कि आबकारी के विशेष सचिव एपी त्रिपाठी, छत्तीसगढ़ मार्केटिंग कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक है। उन्हें जांच के नाम पर सोने नहीं दिया जा रहा। मानसिक प्रताड़ना और गिरफ्तारी का भय दिखाकर पहले से टाइप किए गए बयानों पर हस्ताक्षर का दबाव बनाया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ डिस्टिलरी कंपनी के मालिक व अन्य व्यवसायियों को बुरी तरह पीटा गया है। साथ ही एपी त्रिपाठी और अनवर ढेबर का नाम लिखवाने का दबाव बनाया जा रहा है। यह सिलसिला 30 मार्च 2023 से लगातार जारी है।

मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान आबकारी सचिव निरंजन दास ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। दास ने सीएम को बताया कि ईडी के अधिकारियों उनसे सुबह 10.30 बजे से अगले दिन सुबह 5.30 बजे तक पूछताछ की। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की जानकारी देने के बाद भी बिठाए रखा। स्थिति खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।

उल्लेखनीय है कि शराब घोटाले मामले में जांच की आंच अब छत्तीसगढ़ से झारखंड पहुंच चुकी है। ईडी ने बीते दिनों झारखंड आबकारी विभाग के दो बड़े अधिकारियों को पूछताछ के लिए रायपुर बुलवाया था। साथ ही झारखंड में अवैध शराब बिक्री, छत्तीसगढ़ की कंपनी की भूमिका और भ्रष्टाचार पर लंबी पूछताछ की।

आबकारी विभाग सचिव निरंजन दास ने बताया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कर हमने अपनी परेशानी बताई है। पत्र के माध्यम से जांच के नाम ईडी द्वारा प्रताड़ित किए जाने और अब तक घटित घटनाक्रम की जानकारी दी है।

 

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