दुर्ग/ब्लैकआउट न्यूज़- पुलिस ने रविवार सुबह जम्बो टीम बनाकर जिले भर के 40 कबाड़ियों के यहां एक साथ छापेमारी की। पुलिस की छापेमारी कबाड़ियों के यार्ड से बड़े पैमाने पर चोरी का लोहा जब्त किया गया।
किसी कबड़ी के यहां भिलाई स्टील प्लांट का सरिया और लोहा मिलता तो जिले के सबसे बड़े कबाड़ी ललित कबड़ी के यहां चोरी के ट्रक, कार, साइकिल और बाइक के कटे हुए पार्ट्स और एल्युमिनियम बड़े पैमाने पर मिला।
दुर्ग के नए एसपी डॉ. शलभ सिन्हा के निर्देश पर ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी। एसपी ने ये छापेमारी पूरी प्लानिंग के तहत की। उन्होंने पहले जिले भर के कबाड़ियों की लिस्ट मंगाई।
उसके बाद सभी के थाना क्षेत्र के अनुसार उनके यहां एक साथ छापेमारी के लिए एएसपी संजय ध्रुव के निर्देश पर 40 अलग-अलग टीमें तैयार की। किसी भी टीम को ये नहीं बताया गया कि उन्हें कहां छापेमारी करना है।
सभी को रविवार तड़के पुलिस कंट्रोल रूम बुलाया गया। इसके बाद सभी 40 कबाड़ियों के नाम की पर्ची को एक बॉक्स में डाला गया। इसके बाद थाना प्रभारी के नाम से चिट को निकाला गया। जिस भी थाना प्रभारी के नाम जिस कबाड़ी के नाम की पर्ची निकली उसे वहां के लिए रवाना किया गया।
पुरानी भिलाई थाना प्रभारी मनीष शर्मा को जिले के सबसे बड़े कबाड़ी ललित कबाड़ी के यहां छापेमारी की जिम्मेदारी मिली। ललित कबाड़ी का यार्ड जामुल थाना अंतर्गत गोकुल धाम क्षेत्र में है।
यहां जब पुलिस पहुंची तो बड़े पैमाने पर गाड़ियों के पार्ट कटे हुए पाए गए। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में बीएसपी का लोहा और एल्युमिनियम के पार्ट मिले। ललित के यहां पूरे जिले का चोरी का माल खरीदा जाता है।
इसके यहां से सड़क किनारे लगे स्पीड लिमिट बोर्ड तक मिला। कुछ महीने पहले ही ललित कबाड़ी चोरी के आटो के साथ गिरफ्तार किया गया था। जेल से छूटते ही फिर से वो अपने बेटे के साथ मिलकर कबाड़ का काला कारोबार करने लगा।
छापेमारी की सूचना मिलते ही कबाड़ी फरार
एसपी दुर्ग ने भले ही ये छापेमारी कान्फिडेंसियल रखी थी, लेकिन इसकी सूचना ललित कबाड़ी तक पहुंच गई थी। इसलिए उसने मंहगा कबाड़ पहले ही यार्ड से निकाल लिया और रात में ही फरार हो गया। जब पुलिस ललित कबाड़ी के घर पहुंची तो वो वहां नहीं मिला। उसके साथ उसका बेटा भी फरार है। लोगों का कहना है कि नया एसपी आते ही इसी तरह कबाड़ियों पर कार्रवाई करता है, फिर पहले की तरह उनको काले कारोबार की अनुमति दे दी जाती है।
14 टीआई और 100 से अधिक पुलिस कर्मियों की बनी टीम पुलिस अधीक्षक दुर्ग शलभ सिन्हा ने जिले के कबाड़ियों के यहां छापेमारी करने के लिए 40 टीमे बनाई थी। इस टीम में राजपत्रित अधिकारियों सहित 14 निरीक्षकों और 100 से अधिक जवानो को शामिल किया गया था। इस पूरी कार्रवाई की मॉनीटरिंग खुद दुर्ग एसपी ने की।
इन कबाड़ियों के यहां की गई छापेमारी
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जामुल थाना क्षेत्र में ललित कबाड़ी, पाण्डेय कबाड़ी, दिल्ली कबाड़ी, वैशाली नगर में ललित कबाड़ी, सुपेला में पुलिस कबाड़ी, सितारे कबाड़ी और बुग्गी कबाड़ी, भिलाई तीन में उस्मान कबाड़ी और उसके भाई के यहां, अंकित कबाड़ी और प्रेम साहू, दुर्ग में नवीन कबाड़ी, हासिम कबाड़ी के यहां छापेमारी की गई।