रायगढ़/ब्लैकआउट न्यूज़- जिला मुख्यालय स्थित प्रायवेट बैंक में आज सुबह सात करोड़ की डकैती हो गई। बैंक खुलते ही कार में डकैत पहुंचे और चाकू के बल पर मैनेजर समेत स्टाफ को बंधक बना लिया। ब्रांच मैनेजर ने इसका विरोध किया तो उसे चाकू मारकर जख्मी कर दिया। छत्तीसगढ़ की यह सबसे बड़ी डकैती बताई जा रही है। इससे पहले कभी भी ऐसी घटना सूबे में नहीं हुई।
बैंक डकैती की घटना ने प्रदेश को हिला दिया है। रायगढ़ और रायगढ़ से सटे जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया है। रायगढ़ पुलिस शहर से आने जाने वाले मुख्य मार्गों पर नाकेबंदी कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। फिलहाल आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया, आधे दर्जन से ज्यादा आरोपी आज सुबह करीब नौ बजे ढिमरापुर रोड पर स्थित एक्सिस बैंक में ग्राहक बनकर पहुंचे। जैसे ही बैंक खुला तो सभी आरोपी ग्राहक के भेष में बैंक के अंदर घुस गए। बैंक के अंदर कैशियर, बैंक मैनेजर अपने अपने काम पर लगे हुए थे। इस दौरान आरोपियों ने अपने पास रखे हथियार निकाले और बैंक कर्मियों को जान से मारने की धमकी दी। आरोपियों के हाथ मे हथियार देख बैंक कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान कुछ आरोपी मैनेजर के पास आये और कैश वाले लॉकर को खुलवाने का दबाव बनाने लगे। मैनेजर के द्वारा मना करने पर एक आरोपी ने अपने हाथ मे रखे चाकू से हमला कर दिया। इस हमले के बाद डकैत बैंक के लॉकर से सात करोड़ रुपए लेकर फरार हो गए।
घटना की जानकारी मिलने के बाद हड़कंप मच गया। एसएसपी सदानंद और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे है। जांच जारी है। बैंक के मैनेजर को भी गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सीसीटीवी में कैद घटना
बैंक के अंदर हुई डकैती की घटना का कुछ फुटेज सीसीटीवी में कैद हुई है। बैंक के बाहर चार पहिया वाहन भी दिखाई दे रही है। पुलिस इन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की खोज में जुटी हुई है।
रेकी के बाद घटना
पुलिस को आशंका है कि आरोपियों ने इस डकैती के लिए पहले से योजना बनाई थी। घटना से पहले रेकी की और फिर वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों को पता था कि बैंक में सुबह के समय भीड़ नहीं होती है। इसलिए पूरी योजना के तहत डकैती की इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ये भी पता लगा रही है कि आखिर बैंक में कितनी नगदी थी।
2004 में राजधानी में डकैती
रायपुर में 14 सितंबर मंगलवार 2004 को दिन-दहाड़े पांच करोड़ की डकैती हुई थी। शहर के मौदहापारा थाने से 500 मीटर सामने एमजीरोड पर स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंदौर की शाखा में लगभग छह युवक रिवाल्वर और चाकू ले कर बैंक पहुँचे और बैंक में मौजूद सभी लोगों को घुटनों के बल बैठ जाने को कहा। घटना के दौरान बैंक में लगभग 40 लोग उपस्थित थे। आरोपियों ने बैंक कर्मी और ग्राहकों को डराया और कुछ कर्मचारियों को पीटने के बाद उनसे स्ट्राँग रुम की चाबी ले कर उसे खोला और वहां रखे 10 करोड़ रुपयों में से लगभग आधी रक़म बोरे और थैले में भर कर ले भागे थे। रायपुर में ये सबसे बड़ी डकैती थी।