ब्लैकआउट (विमल सिंह)Banki Municipality President Election चुनावी बिगुल बजते ही जनप्रतिनिधि ,प्रत्याशी सहित आम जनता के बीच एक हलचल मच गई है।11 फरवरी को निकाय चुनाव हेतु मतदान होना है सभी पार्टियों सहित निर्दलीय प्रत्याशी मतदाताओं को साधने में जुड़ गए है।खास तौर पर कॉंग्रेस और भाजपा प्रत्याशी जीत का दवा भी कर रहे है.
ज्ञात हो की कोरबा नगर पालिका निगम से 08 वार्डों को अलग कर के बाॅंकीमोंगरा को नया नगर पालिका परिषद बनाया गया है,जिसे परिसीमन पश्चात कुल 30 वार्डो में बांटा गया है जिसमें कुल लगभग 35700 मतदाता है ।चूंकि ये निकाय चुनाव बाॅंकीमोंगरा परिषद गठन पश्चात प्रथम चुनाव है इसलिए ये और दिलचस्प हो गया है। बाॅंकीमोंगरा परिषद के जनप्रतिनिधियों को यहाँ से नई ऊंचाई मिल सकती है,यही सोच छोटे,बड़े,नये,पुराने सभी नेता अपने स्तर में जी तोड़ मेहनत कर रहे है।
अब समझते है चुनावी समीकरण Banki Municipality President Election
नामांकन प्रक्रिया के दौरान अध्यक्ष पद हेतु कुल 08 नामांकन जमा हुए थे उसमें पूरी प्रक्रिया पश्चात अंतिम में 06 नाम अध्यक्ष प्रत्याशी के सूची में शामिल है।इसी तरह 30 वार्डो से पार्षद पद हेतु कुल 123 नामांकन जमा हुए थे जिसमें पूरी प्रक्रिया पश्चात अंतिम रूप में 115 नाम शामिल है। बीजेपी,कांग्रेस एवं बसपा सहित निर्दलीय के रूप में प्रत्याशी युद्धस्तर में भिड़े हुऐ है,कोई नए नए वादे कर के तो कोई पिछले छूटे कार्यों को पूरा करने की बात कर रहे है,आरक्षण प्रक्रिया से गुजरने के बाद बाॅंकीमोंगरा सीट सामान्य महिला हेतु आरक्षित हुई है।
जिसमें माना जा रहा है की बाॅंकीमोंगरा में अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस से माया प्रदीप अग्रवाल एवं बीजेपी से सोनी कुमारी विकास झा के बीच ही सीधा मुकाबला है।
अध्यक्षों को कम तो पार्षदों को भरपूर समय मिलेगा Banki Municipality President Election
बात करें जनता के बीच जा कर डोर तो डोर मिलने की और प्रचार करने की तो वार्ड छोटे होने से पार्षद प्रत्याशियों के पास भरपूर समय है,वहीं अध्यक्ष प्रत्याशियों को पूरे 30 वार्डो में जनसंपर्क में समय काम मिलेगा, जी तोड़ मेहनत ही इसका एकमात्र विकल्प है.
भीतर घात का भी खतरा Banki Municipality President Election
टिकट की माँग को लेकर बीजेपी एवं कांग्रेस दोनों के कार्यकर्ताओं ने अपना पूरा दम खम लगा दिया था,आलाकमान भी सोच में थी की आखिर किसको टिकट दिया जाए जो कि जिताऊ प्रत्याशी हो। जिसके नाम में मुहर लगी उनके तो वारे न्यारे हो गए वो जिनका प्रयास निष्फल रहा वो निराश नजर आए। टिकट आबंटन के विरोध का कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का एक वीडियो सोशल मीडिया जमकर वायरल हुआ था जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है टिकट में नाम पर मुहर लगने से अन्य लोगों में कितना विरोध है।
ऐसा ही विरोध बीजेपी में टिकट वितरण को ले कर भी हुआ था,सोशल मीडिया में एक नाम आखिर तक चलता रहा लेकिन मुहर जिस नाम पर लगी वो कार्यकर्ताओं सहित अन्य प्रतिभागियों के लिए एक अलग झटका सा था।
ऐसे असमंजस के कारण दोनों पार्टियों में काफी विलंब से नामों पर मुहर लगी थी। टिकट आबंटन की इसी स्थिति को देखकर ये भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों पार्टियों में भीतर घात होने का भी बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
माया या सोनी किसे मिलेगा ताज
तमाम जोड़ तोड़ के बाद जो अंतिम सूची जारी हुई उसमे कांग्रेस से माया प्रदीप अग्रवाल एवं बीजेपी से सोनी विकास झा का अध्यक्ष पद के लिए आमने सामने है,दोनों के द्वारा अपने सर पर ताज के लिए प्रयास किया जा रहा है, अब देखना होगा के जनता जनार्दन के मुहर के बाद आखिर कर किसके सर पर अध्यक्ष के पद की ताज सजेगी।
रणनीति तगड़ी होगी,तो ही होगी नैया पार
दोनों पार्टियों में जो गुटबाजी का दौर चल रहा है उस हिसाब से अध्यक्ष प्रत्याशी को सोच समझ कर अपनी रणनीति बनाना होगा,तो ही नैया पार लगेगी। हालांकि दोनों पार्टियों का कहना है आपसी सारे गिले शिकवे दूर हो चुके है,अब केवल सभी कार्यकर्ता पार्टी सहित पार्टी प्रत्याशियों के हित में कार्य कर रहे है।यहाॅं यह भी बताना लाजमी होगा की मतगणना के बाद जो अध्यक्ष के पद पर काबिज होगा वो बाॅंकीमोंगरा नगर पालिका परिषद का प्रथम निर्वाचित अध्यक्ष होगा।