मध्यप्रदेश के छिन्दवाड़ा में बच्चों-महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. उज्जैन के बाद अब छिंदवाड़ा के चौरई में भी हैवानियत की एक घटना सामने आई है. दरिंदे ने सुनसान जगह पर 7 साल की बच्ची के साथ बलात्कार की कोशिश की. लेकिन किसी के वहां आ जाने के कारण उसे बच्ची को छोड़कर भागना पड़ा. बच्ची ने आरोपी को पहचान लिया था इसलिए उसने बच्ची का गला दबाकर उसे मारने की कोशिश की और उसका जबड़ा भी तोड़ दिया.
7 साल की बच्ची गणेश विसर्जन के लिए पास की नदी में गई हुई थी. प्यास लगने के कारण वह हैंडपंप के पास चली गई. जहां सुनसान जगह पाकर आरोपी ने उसे दबोच लिया और पास ही मकई के खेत में ले गया. आरोपी ने बच्ची के कपड़े उतारने का प्रयास किया तभी गांव की ही एक लड़की हैंडपंप पर आ गई. उसने पीड़िता के चिल्लाने की आवाज सुन ली.
हल्ला होने पर आरोपी ने पीड़िता का गला दबाकर मारने का प्रयास किया. विरोध करने पर उस पर वार करना शुरू कर दिए जिससे बच्ची का जबड़ा टूट गया और उसकी आंख एवं मुंह में गंभीर चोटें आई हैं. गला दबाने का प्रयास करने के कारण बालिका के गले में भी सूजन आ गई है, जिससे उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है .
पीड़िता के परिजनों ने पुलिस में सूचना देकर बालिका को चोरई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल कराया. जहां से उसे छिंदवाड़ा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. उसकी गंभीर अवस्था को देखते हुए जिला अस्पताल द्वारा उसे नागपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.
इस संबंध में लगातार प्रयास करने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि सिर्फ मारपीट की सूचना प्राप्त हुई है जिसपर प्रकरण दर्ज कर लिया है, बलात्कार के प्रयास की कोई सूचना नही है.