benefits of basil leaves : तुलसी के पत्तों में छिपा है औषधीय गुणों का अटूट नुस्खा,जाने ये मुख्य 10 फायदे

- Advertisement -

HELTH DESK : benefits of basil leaves तुलसी के पत्ते (Holy Basil) आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में उपयोगी हैं। नीचे तुलसी के पत्तों से होने वाले प्रमुख इलाज और उनके उपयोग दिए गए हैं:

1. सर्दी-जुकाम और खांसी benefits of basil leaves 

benefits of basil leaves 
tulsi

– *उपयोग*: तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं। इसमें शहद और अदरक मिलाकर पीने से सर्दी, जुकाम, और खांसी में राहत मिलती है।
– *कैसे काम करता है*: तुलसी में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण होते हैं, जो श्वसन तंत्र के संक्रमण को कम करते हैं।
– *उपाय*: 5-6 तुलसी के पत्ते, 1 चम्मच शहद, और थोड़ा अदरक 1 कप पानी में उबालें। दिन में 2-3 बार पिएं।

- Advertisement -

2. *बुखार और वायरल इंफेक्शन benefits of basil leaves 

benefits of basil leaves 
tulsi

– *उपयोग*: तुलसी का काढ़ा बुखार, डेंगू, और मलेरिया जैसे वायरल इंफेक्शन में लाभकारी है।
– *कैसे काम करता है*: इसके एंटी-वायरल और एंटी-पायरेटिक गुण बुखार को कम करते हैं।
– *उपाय*: 10-12 तुलसी के पत्ते, 4-5 काली मिर्च, और 1 छोटा टुकड़ा अदरक को 2 कप पानी में उबालें। इसे छानकर दिन में 2 बार पिएं।

3. पाचन संबंधी समस्याएं benefits of basil leaves 

benefits of basil leaves 
tulsi

– *उपयोग*: तुलसी के पत्ते पेट दर्द, गैस, अपच, और कब्ज में राहत देते हैं।
– *कैसे काम करता है*: तुलसी पाचन एंजाइमों को उत्तेजित करती है और आंतों को स्वस्थ रखती है।
– *उपाय*: 5-6 तुलसी के पत्तों को चबाएं या तुलसी की चाय बनाकर पिएं।

4. *तनाव और चिंता

– *उपयोग*: तुलसी एक प्राकृतिक एडाप्टोजन है, जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है।
– *कैसे काम करता है*: यह कोर्टिसोल हार्मोन को नियंत्रित करती है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।
– *उपाय*: रोज सुबह 5-6 तुलसी के पत्तों को चबाएं या तुलसी की चाय पिएं।

5. त्वचा संबंधी समस्याएं

benefits of basil leaves 
tulsi

– *उपयोग*: तुलसी के पत्ते मुंहासे, दाग-धब्बे, और त्वचा के संक्रमण में उपयोगी हैं।
– *कैसे काम करता है*: इसके एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण त्वचा को साफ रखते हैं।
– *उपाय*: तुलसी के पत्तों को पीसकर चंदन या गुलाब जल के साथ पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं। 15-20 मिनट बाद धो लें।

6. मुंह की दुर्गंध और दांतों की समस्या

– *उपयोग*: तुलसी के पत्ते मुंह की दुर्गंध और मसूड़ों की सूजन को कम करते हैं।
– *कैसे काम करता है*: इसके एंटी-माइक्रोबियल गुण मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करते हैं।
– *उपाय*: 4-5 तुलसी के पत्तों को चबाएं या तुलसी के पत्तों का पाउडर दांतों पर मलें।

7. रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी)

– *उपयोग*: तुलसी का नियमित सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
– *कैसे काम करता है*: इसमें विटामिन C और जिंक होता है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
– *उपाय*: रोज सुबह खाली पेट 5-6 तुलसी के पत्ते चबाएं या तुलसी की चाय पिएं।

8. दिल की सेहत

– *उपयोग*: तुलसी कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करती है।
– *कैसे काम करता है*: इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण हृदय को स्वस्थ रखते हैं।
– *उपाय*: तुलसी के पत्तों का रस (1-2 चम्मच) रोजाना पिएं।

9. सिर दर्द

– *उपयोग*: तुलसी का तेल या पत्तों का पेस्ट सिरदर्द में राहत देता है।
– *कैसे काम करता है*: यह तनाव को कम करता है और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है।
– *उपाय*: तुलसी के पत्तों को पीसकर माथे पर लगाएं या तुलसी की चाय पिएं।

10. किडनी स्टोन

– *उपयोग*: तुलसी किडनी स्टोन को कम करने में मदद करती है।
– *कैसे काम करता है*: यह यूरिक एसिड के स्तर को कम करती है और मूत्र के माध्यम से स्टोन को बाहर निकालने में सहायता करती है।
– *उपाय*: तुलसी के पत्तों का रस (1 चम्मच) शहद के साथ रोजाना सुबह लें।

उपयोग के तरीके:

– *तुलसी की चाय*: 5-6 तुलसी के पत्तों को 1 कप पानी में उबालें, छानकर पिएं।
– *तुलसी का रस*: ताजे पत्तों को पीसकर रस निकालें और शहद के साथ मिलाकर लें।
– *तुलसी का पेस्ट*: पत्तों को पीसकर त्वचा या माथे पर लगाएं।
– *चबाना*: ताजे पत्तों को सुबह खाली पेट चबाएं।

सावधानियां:

– गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं तुलसी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
– अधिक मात्रा में तुलसी का सेवन ब्लड शुगर को कम कर सकता है, इसलिए डायबिटीज के मरीज सावधानी बरतें।
– तुलसी कुछ दवाओं (जैसे ब्लड थिनर) के साथ परस्पर क्रिया कर सकती है, इसलिए चिकित्सक से परामर्श करें।

तुलसी एक प्राकृतिक औषधि है, लेकिन इसका उपयोग संतुलित मात्रा में और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की सलाह के साथ करना चाहिए। क्या

- Advertisement -
Latest news
- Advertisement -
Related news
- Advertisement -