रायपुर| Uproar in Rajiv Bhawan : छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के बाद चुनावी घमासान जरूर थम गया है। लेकिन चुनाव के दौरान पार्टी में भीतरघात को लेकर कांग्रेस में एक बार फिर बवाल मचा हुआ है। आज राजीव भवन में प्रदेश प्रभारी कुमार सैलजा और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के सामने ही केशकाल से पहुंचे सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल किया। राजीव भवन में नारेबाजी करते हुए पार्टी में भीतरघात कर नुकसान पहुंचाने वाले अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष अमिन मेमन पर कार्रवाई को लेकर जमकर हंगामा किया गया।
राजीव भवन में अमीन मेमन का हुआ भरी विरोध Uproar in Rajiv Bhawan
छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव संपन्न होने के बाद अब राजनीतिक पार्टियां सीटों की अंक गणित में जुट गयी है। इसी कड़ी में आज कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा रायपुर के राजीव भवन में मीटिंग ले रही है। बताया जा रहा है कि राजीव भवन में कुमारी सैलजा और दीपक बैज की मौजूदगी में जब पार्टी नेता मीटिंग कर रहे थे। तभी केशकाल से कांग्रेस प्रत्याशी संतराम नेताम सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ रायपुर स्थित राजीव भवन पहुंचे।
Uproar in Rajiv Bhawan
यहां बैठक के दौरान ही राजीव भवन के बाहर पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस अल्पसंख्यक आयोग के प्रदेश अध्यक्ष अमीन मेनन पर चुनाव के दौरान पार्टी विरोध कार्य करने के साथ ही भीतरघात करने का गंभीर आरोप लगाया है। प्रभारी कुमारी सैलजा और दीपक बैज से इस मामले की शिकायत करने राजीव भवन पहुंचे कार्यकर्ताओं ने अमीन मेमन पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पार्टी से बाहर करने की मांग हाई कमान के सामने रखी है।
राजीव भवन में हुए इस हंगामे के दौरान पार्टी नेताओं ने नाराज कार्यकर्ताओं को समझाईश देते हुए उनकी शिकायत पर संज्ञान लेने का आश्वासन दिया गया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में मतदान के बाद कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ बैठक लेकर उनकी जीत-हार का मूल्यांकन कर सीटों की अंक गणित में जुट हुइ है। ऐसे में चुनाव के ठीक बाद भीतरघात को लेकर पार्टी में उपजे विवाद पर हाईकमान किस तरह का एक्शन लेता है,ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।
मंगतू राम पवार के मामले में भी आरोपित थे मेमन Uproar in Rajiv Bhawan
बताते चलें की वर्ष २०१४ के अंतागढ़ उप चुनाव में कांग्रेस ने मंगतू राम पवार को उम्मीदवार बनाया था लेकिन नाम वापसी के १५ मिनट पहले ही मंगतू राम पवार ने नाम वापस लेकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया था इस मामले में तात्कालिक पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी के ख़ास सिपहसालार रहे अमिन मेमन एवं फिरोज कुरैशी का नाम भी आमने आया था जिसमे मंतूराम के बयान के मुताबिक अमिन मेमन ने इस मामले में मंतु राम से मुलाकात कर नाम वापस का दबाव बनाया था समय गुजरता गया और भूपेश बघेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से मुख्यमंत्री बन गए और अमिन मेमन को उप्कृतकर अल्पसंख्यक विभाग का अध्यक्ष बना दिया गया उस समय भी इसका काफी विरोध हुआ था.
बता दे की आज राजीव भवन में भी केशकाल से कांग्रेस प्रत्याशी संतराम नेताम सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता राजीव भवन पहुंचकर अमिन मेमन को पार्टी से निकले जाने की मांग कर रहे है इस घटना ने २०१४ के अंतागढ़ उप चुनाव की यद् दिला दी है अब देखना यह है की बार बार पार्टी प्रत्याशी को नुकसान पहुंचने वाले अमिन मेमन को बहार का रास्ता दिखाया जाता है या फिर वही धक् के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती है.