रायपुर(ब्लैकआउट न्यूज़) Waqf Board’s Tughlaq decree overturned वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने अपने ही विवादित बयान से मुँह मोड़ लिया है दो दिन पूर्व एक टीवी चैनल को दिए गए बयान में जुमे की नमाज में इमामों द्वारा तकरीर को लेकर विवादित बयान देकर फंस गए थे चारो तरफ विरोध के बाद सलीम राज ने अपने ही बयान से पलटी मार ली है.
Waqf Board’s Tughlaq decree overturned क्या कहा था और अब क्या कह रहे है सलीम राज
छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने एक टीवी में दिए गए बयान में कहा था की जुमे की नमाज में जो तकरीर होती है उस तकरीर को वक्फ बोर्ड से अप्रूवल लेना अनिवार्य होगा ऐसा नहीं करने पर मुटावल्ली और इमाम के खिलाफ FIR दर्ज कराया जायेगा इस पर मुस्लिम नेताओं ने सलीम राज को खरी खोटी सुनाई एक नेता ने तो यहाँ तक कह दिया की सलीम राज अपनी हदों में रहे मुसलमानो के रहनुमा या ठेकेदार बनने की कोशिश भी न करें. अब सलीम राज ने अपने ही बयान से पलटी मारते हुए टीवी चैनल को ही झूठा साबित करने में लगे हुए है उन्होंने कहा की मेरी बात को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है जबकी मैंने तो एक व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाने की बात कही थी.
Waqf Board’s Tughlaq decree overturned पसमन्दा मुसलमान की सभा में भी विरोध झेलना पड़ा था
सलीम राज का यह पहला मामला नहीं है बल्कि PM नरेन्द्र मोदी के चहेते पसमन्दा मुसलमान के कार्यक्रम में मंच पर नहीं चढ़ने देने की बात को लेकर काफ़ी हंगामा हुआ था मामले कुछ ऐसा था की विधानसभा चुनाव के पहले पसमदा मुसलमानो को साधने की क़वायद चल रही थी इसी के तहत रायपुर में पसमंदा मुसलमानो की एक बड़ी सभा होनी थी.
जिसके लिए पसमंदा मुस्लिम मंच ने पूरी ताकत झोंक दी थी कार्यक्रम में अप्लासंख्यक मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष मंचस्थ थी लेकिन जैसे ही सलीम राज सभा स्थल में पहुचे वहा उपस्थित मुसलमानो ने सलीम राज के मंचस्थ होने को लेकर घोर आपत्ति जताई जिससे पसमंदा मंच के पदाधिकारियों ने सलीम राज को मंच पर चढने ही नहीं दिया जबकी सलीम राज भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश प्रभारी की हैसियत से कार्यक्रम में पहुचे थे.
Waqf Board’s Tughlaq decree overturned मुस्लिम विरोधी बयान देकर सुर्खिया बटोरने और Y + सुरक्षा की ख्वाहिश
ऐसा लगता है की सलीम राज उत्तरप्रदेश वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रज़ा के पद चिंन्हो पर चलकर सुर्खिया बटोरने की रणनीति पर काम कर रहे है भाजपा की पसंदीदा रणनीति है की मुस्लिम विरोधी बयान देकर सत्ता हथियाना है और ऐसे मुस्लिम नेताओं को ज्यादा पसंद करते है जो मुस्लिम विरोधी बयान देता रहे दूसरी तरफ रायपुर के स्थानीय मुस्लिम दबी जुबान पर यह भी कह रहे है की सलीम राज ऐसे बयान देकर सत्ता के चहेते बनने और भय दिखाकर Y + की सुरक्षा की मांग कर सकते है
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जिससे और सुरक्षा कर्मी के साथ फॉलो गार्ड भी मिल सके और वें अपना रुतबा दिखा सकें.बाहरहाल अपने बयान से पलटी मारने के बाद टीवी चैनलो को बुलाकर मैनेज करने में लग गए है.