Vastu Tips: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पूजनीय माना जाता है। मान्यता है कि यह पौधा देवी लक्ष्मी का एक रूप है। इसलिए अधिकतर घरों में आसानी से मिल जाता है। वहीं वास्तु के अनुसार, इस शुभ पौधे को काफी शुभ माना जाता है।
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घर में इस पौधे के होने से सकारात्मक ऊर्जा का अधिक प्रवाह होता है। आपने सुना होगा कि तुलसी रामा और श्यामा होती है। लेकिन आपको बता दें कि इसके अलावा भी दो और तरह की तुलसी और भी होती है। जिन्हें कपूर और वन तुलसी कहते हैं।
जानिए चारों तुलसी के बारे में
वास्तु के अनुसार, जिन तुलसी की पत्तियां अधिक हरी होती है जो काफी मीठी होती है। इन्हें रामा तुलसी कहते हैं। इसके अलावा इन्हें उज्जवल, भाग्यशाली तुलसी के नाम से भी जानते हैं।
वास्तु के अनुसार, इस तुलसी को घर में लगाने से सुख-समृद्धि का वास होता है और मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
श्यामा तुलसी में हरे या बैंगनी रंग की पत्तियां होती है। इन्हें कृष्ण तुलसी भी कहा जाता है। क्योंकि ये तुलसी भगवान कृष्ण को समर्पित किया जाता है। इस तुलसी को आयुर्वेद में भी काफी अच्छा माना जाता है।
वन तुलसी को जंगली तुलसी या बर्बरी तुलसी भी कहा जाता है। यह तुलसी औषधि के रूप में काफी फायदेमंद होती है। तुलसी बर्बरी के फूल, बेहद सुगंधित और रंगों में सफेद, गुलाबी या फिर बैगनी रंग के पाए जाते हैं।
कपूर तुलसी के कई चिकित्सा लाभ हैं और इसका उपयोग गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। इसके अलावा कपूर तुलसी की सुखद सुगंध से कीड़ों और मच्छरों को दूर भाग जाते हैं। कपूर तुलसी ऊंचाई में सबसे छोटी है। तुलसी के सभी पौधों की किस्मों में सबसे अधिक खिलती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में रामा और श्यामा तुलसी लगाना सबसे शुभ माना जाता है। तुलसी को घर के पूर्व दिशा में रखना सबसे अच्छा माना जाता है। इसके अलावा उत्तर या फिर उत्तर पूर्व दिशा में भी रख सकते हैं। इससे नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करके सकारात्मक वातावरण बनाने में मदद मिलेगी।