These 5 signs of bad times : जीवन में सुख-दुख दिन और रात की तरह होते हैं, जिनका आना-जाना लगा रहता है। जिस प्रकार रात के बाद दिन अवश्य होता है ठीक वैसे दुख के बाद सुख हमेशा मिलता है। ये सभी घटनाएं जीवन जीने के तरीके को बेहतर और हमें भावनात्मक रूप से मजबूत बनाती हैं। इन्हीं के जरिए व्यक्ति मूल्यवान समय की कदर और विपरीत समय की पीड़ा को समझता है।
लेकिन कई बार इंसान सुख में इतना फूल जाता है कि वह गमों के बादलों से अपरिचित होने लगता है। हालांकि ये गमों के बादल जीवन में बढ़ा परिवर्तन लेकर आते हैं, जिसके लिए पहले से तैयार रहना नामुमकिन होता है। परंतु ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ संकेत बुरा समय की ओर इशारा करते हैं जिनके जरिए व्यक्ति कठिन समय से लड़ने या चुनौतियों का सामना करने के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सकता है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
कुछ बुरा होने से पहले मिलने वाले संकेत These 5 signs of bad times

आमतौर पर हमें कुत्ते या बिल्ली की आवाजें सुनाई देती हैं। लेकिन अचानक से इनके रोने की आवाज सुनना अशुभ हो सकता है। शकुन शास्त्र के मुताबिक कुत्ते या बिल्ली का रात में रोना आगामी अशुभ घटना का संकेत होता है।
घर पर काम करते हुए सामान्य तौर पर शीशे की चीजें टूट जाती हैं। परंतु इनका बार-बार होना किसी घटना का संकेत हो सकता है। दरअसल, ऐसा कहा जाता है कि शीशे और कांच का बार-बार टूटना बुरा समय का इशारा होता है।
हिंदू धर्म में सोने को धन की देवी लक्ष्मी से जोड़ा जाता है। इसकी खरीदारी से घर में बरकत और देवी दोनों बनी रहती हैं। लेकिन इसका खो जाना अशुभ होता है। इसे आर्थिक संकट का संकेत माना जाता है।
These 5 signs of bad times

हिंदू धर्म में तुलसी को सबसे पवित्र पौधा माना जाता है, जिसमें देवी लक्ष्मी का वास होता है। इसकी पूजा करने से धन-धान्य में वृद्धि और जीवन में खुशियां वास करती हैं। हालांकि इसका सूख जाना अशुभ होता है। बता दें, अगर आपका तुलसी का पौधा अचानक सूखने लगे, तो यह किसी नुकसान का संकेत हो सकता है।
आमतौर पर हर घर में छोटे-मोटे लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं। इनसे रिश्तों में प्रेम और मजबूती बनी रहती है। लेकिन इनका लगातार बढ़ना मानसिक तनाव और गृह क्लेश को जन्म देता है। यही नहीं लगातार झगड़े होना संकटों की ओर इशारा करते हैं।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए ब्लैकआउट न्यूज़ उत्तरदायी नहीं है।