SECL’s excesses SECL की ज़्यादती, अब भुविस्थापितों के घरों की बिजली काटकर कर रहे हैं प्रताड़ित

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कोरबा/(ब्लैकआउट न्यूज़) SECL’s excesses साउथ ईस्ट कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल गेवरा परियोजना द्वारा ग्राम पंचायत अमगांव को तीन पार्ट में अर्जन किया गया था अर्जन करने के बाद एसईसीएल गेवरा ने खदान की खनन व विस्तार कार्य को एसईसीएल दीपका को सौंप दिया.

 

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खनन व विस्तार कार्य को दीपका प्रबंधन के द्वारा अंतिम रूप देने के लिए सारी हदों को लाँघते हुए अंतिम पार्ट का हिस्सा जोकाही डाबरी दर्राखांचा अमगांव के रह रहे प्रभावित ग्रामीण को कलेक्टर एसडीएम का भय व डराकर जबरन प्रबंधन के कर्मचारी अनिल पाटले ने ग्रामीणों के घर में लगे बिजली लाइन को काट दिया.और गुंडागर्दी करते हुए मकान खाली करने के लिए दबाव प्रभावित ग्रामीणों के ऊपर बनाया जा रहा है ।

SECL’s excesses 

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निराकरण के बगैर SECL ग्रामीणों के साथ कार रहा हैं ज़्यादती

बता दें कि ग्राम पंचायत अमगांव के जोकाही डबरी दर्राखांचा और अमगांव के मेन पुरानी बस्ती के लगभग कुल 70 मूल खातेदारों के परिवारों की रोजगार का प्रकरण अभी भी लंबित है जिसका निराकरण के लिए एसईसीएल और शासन प्रशासन से ग्रामीण लगातार गुहार लगा रहे हैं पूरी व्यवस्थाओं व समस्याओं का निराकरण के नाम से एसईसीएल प्रबंधन को कोई चिंता व फिक्र नहीं है सिर्फ उन्हें खदान विस्तार व खनन कार्य को ज्यादा अहमियत दे रही है

इसके लिए प्रबंधन के द्वारा कुछ किसानों के ऊपर थाने में मामला दर्ज कराकर दबाव बनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं

SDM का खौफ दिखाकर मकान खाली कराने की क़वायद SECL’s excesses 

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भू अर्जन के बाद लंबित मुआवजा एवं नौकरी से सम्बंधित मामले के निराकरण के बगैर ही दबाव पूर्वक मकान खाली करवाने दबाव बनाने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखा जा रहा हैं इस कृत्य में एसईसीएल प्रबंधन के कर्मचारी अनिल पाटले और कुछ अन्य लोगों की भूमिका संदिग्ध हैं

ग्रामीणों ने SECL प्रबंधन पर जैतखाम को नुकसान पहुंचने का आरोप SECL’s excesses 

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ग्रामीणों ने SECL पर आरोप लगाया हैं की बस्ती में बने जैतखाम को SECL के कर्मचारियों ने अपमानित करने का भी प्रयास किया गया हैं छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला आदिवासी, दलित समुदाय का बाहुल्य क्षेत्र हैं यहां के लोग देव पूजा के लिए अपनी देवता धामी को विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं साथ ही दलित समुदाय के लोग भी अपने जैतखाम को विधिवत पूजा अर्चना कर मनाते हैं लेकिन एसईसीएल प्रबंधन के कर्मचारी अनिल पाटले और कुछ उनके अन्य साथियों के द्वारा ग्रामीणों के घर मकान पर स्थापित देवधामी जैतखाम को नुकसान पहुंचा कर अपमानित किया जा रहा है.

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एसईसीएल से प्रभावित समुदाय के लोगों का कहना है कि जिस तरह से प्रबंधन की कार्य शैली है इससे ग्रामीण और समुदाय में काफी नाराजगी व भारी आक्रोश है पहले रोजगार मुआवजे बसाहट और पुर्नवास की पूरी व्यवस्थाओं के साथ प्रबंधन को पहले निराकरण कर लेना चाहिए था उसके बाद ही खदान को विस्तार किया जाना चाहिए तथा 2013 छत्तीसगढ़ पुनर्वास नीति के तहत पहले पूरी व्यवस्थाओं के साथ अर्जन ग्राम का निराकरण का कानून में प्रावधान है लेकिन एसईसीएल प्रबंधन इस नियम के ठीक विपरीत काम कर रही है और कानूनों का खुला उल्लंघन लगातार करते आ रही है ।

SECL कर्मचारी ने घरों की काटी बिजली, अपराध दर्ज करनेबकी मांग

SECL के कर्मचारी अनिल पतले यहीं नहीं रुके उसने तो सारी हदों को पार करते हुए खुद ग्रामीणों के घरों की लाइट काटना शुरू कार दिया जबकी बिजली विभाग अपने लाइनमेन के अलावे किसी अधिकृत व्यक्ति को बिजली के खम्भे में चढ़ाने की अनुमति नहीं देता ऐसा करने पर उक्त व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाता हैं लेकिन यहाँ बिजली विभाग भी मौन साधे हुए हैं शुक्रवार की रात अनिल पतले के लाइट काटने के बाद बहुत से ग्रामीण अँधेरे में रात गुजरने मजबूर हुए.

 

प्रकरण के निराकरण के लिए एसईसीएल प्रबंधन से लेकर राजस्व विभाग के अधिकारी तक गुहार लग चुकी है लेकिन अब तक प्रबंधन के द्वारा कोई निराकरण आज पर्यंत तक नहीं कर पाया है जमुना बाई के घर के नजदीक एसईसीएल प्रबंधन खदान को लाकर टिका दिया है रात को मोहल्ले के पारा में सोने चले जाते हैं दिन को अपने घर पर रहते हैं हैवी ब्लास्टिंग के कारण एसईसीएल प्रबंधन मकान खाली करने के लिए मजबूर और अपने कर्मचारियों से दबाव बनाया जा रहा है ।

समस्याओं को लेकर उच्चअधिकारियों से करेंगे शिकायत

दरअसल एसईसीएल गेवरा ने ग्राम पंचायत अमगांव का अधिग्रहण कर दीपका को सौंपकर खनन व विस्तार कार्य को आगे बढ़ा रही है मुआवजे रोजगार बसाहट और पुनर्वास की समस्याओं का निराकरण करने के लिए जिला प्रशासन से अनेक बार पत्राचार ग्रामीणों द्वारा किया जा चुका है और आंदोलन भी किए हैं समस्याओं का निराकरण अब तक नहीं हुआ है,

दिन प्रतिदिन प्रबंधन अपना आपा खो दिया है और ग्रामीणों के ऊपर तरह-तरह के अत्याचार शोषण कर रही है सिर्फ दर्राखांचा जोकही डबरी अमगांव के ग्रामीणों को घर मकान से खाली करने के लिए पुलिस प्रशासनिक अधिकारी और कोर्ट से लीगल नोटिस जैसे घटनाओं को एसईसीएल दीपका प्रबंधन के द्वारा किया जा रहा है ग्रामीणों ने कहा कि इन सब विषयों को लेकर मुख्यमंत्री सहित उच्च अधिकारियों छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव विजिलेंस डीजीएमएस आयोग कलेक्टर पुलिस अधीक्षक के पास मामले की शिकायत किया जाएगा ।

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