रायपुर : राजधानी रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र के आमासीवनी स्थित पुलिस कालोनी में पुलिसकर्मी की पत्नी जाली सिंह (डाली) हत्याकांड सुपारी किलिंग से जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस उस एंगल में जांच कर रही है। हत्या की गुत्थी सुलझने के बजाय और उलझती जा रही है। घटना के 72 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस अब तक आरोपित की पहचान नहीं कर पाई है।
माता-पिता का आरोप- साजिश के तहत बेटी की हत्या
जाली के माता-पिता के बताया कि उसकी बेटी की शादी शिशुपाल से वर्ष 2010 में हुई थी। माता-पिता ने शिशुपाल सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि शादी के तीन साल बाद ही शिशुपाल उसकी बेटी पर तलाक लेने दबाव के साथ सरकारी मकान खाली करने के लिए कह रहा था। शिशुपाल की बहन और उसके जीजा पर मृतका के माता-पिता ने तलाक लेने के लिए दबाव बनाने के साथ धमकाने का आरोप लगाया है। मां ने बताया कि शिशुपाल उनकी बेटी को पिछले कई वर्षों से घर खर्च नहीं दे रहा था। वह उससे अलग भी रहता था। जाली को हर माह घर खर्च के लिए रुपये दे रहे थे।
विशेषज्ञ नहीं होने की वजह से पीएम आंबेडकर में
जाली की गला रेतकर निर्ममतापूर्वक हत्या की गई। पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम करने के लिए पहले जिला अस्पताल रवाना किया था। गुरुवार को जाली का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में होना था। पोस्टमार्टम में और कई पहलुओं की जांच की जानी थी। जिला अस्पताल में फोरेंसिक एक्सपर्ट नहीं होने की वजह से शव आंबेडकर अस्पताल में किया गया।
ट्रेन से भागने की आशंका
पुलिस को कुछ इनपुट मिले हैं। संदिग्धों के शिवनाथ एक्सप्रेस से भागे जाने की आशंका है। इस बात को देखते हुए संदिग्ध को पकड़ने पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र मुंबई के लिए रवाना की गई है। पुलिस अफसरों के मुताबिक हत्या की घटना को सुलझाने कई एंगल से जांच की जा रही है।