मध्य प्रदेश और राजस्थान में मिली हार ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. पार्टी को इस तरह की हार की उम्मीद नहीं थी. अब लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी इन दोनों राज्यों के संगठन में अहम बदलाव करने को तैयार है. सूत्रों के मुताबिक, दोनों ही राज्यों कई बड़े बदलाव किए जाएंगे और नई पीसीसी की नियुक्ति जल्द की जाएगी.
सूत्रों के अनुसार, मध्य प्रदेश में कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष से हटाया जा सकता है. साथ ही यहां संगठन में भी बड़ा बदलाव करते हुए वरिष्ठ नेताओं की जगह युवा चेहरों को मौका मिल सकता है. एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह राज्यसभा में बने रहेंगे, लेकिन प्रदेश संगठन में उनका भी रोल कम हो सकता है.
मध्य प्रदेश में कमलनाथ और दिग्विजय थे फ्रंट पर
विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ के चेहरे पर चुनाव लड़ा था. वह चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष भी थे. इसके अलावा चुनाव की बड़ी जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह के ऊपर भी थी, लेकिन दोनों वरिष्ठ नेता पार्टी को जीत दिलाने में असफल रहे. यहां कांग्रेस को बुरी हार मिली है. पार्टी के कई दिग्गज नेता भी चुनाव हार गए. ऐसे में संगठन में बदलाव तय माना जा रहा है.
राजस्थान में भी बदलाव के लिए बढ़ रहा दबाव
राजस्थान में लंबे समय से सचिन पायलट बदलाव और युवा चेहरे को मौका देने की बात कर रहे हैं, लेकिन पार्टी आलाकमान ने इस चुनाव में अशोक गहलोत पर ही भरोसा जताया था. अब जबकि पार्टी यहां हार चुकी है तो फिर से बदलाव की आवाज उठ रही है. पिछले दिनों कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद एक बार फिर सचिन पायलट ने संगठन में बदलाव और युवाओं को बड़ी जिम्मेदारी और मौका देने की बात कही थी. चर्चा है कि यहां भी संगठन में बड़े बदलाव हो सकते हैं. वहीं, अशोक गहलोत को सीएलपी नेता और एलओपी बनाया जा सकता है.