खैरागढ़. ला एंड आर्डर बनाए रखने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर होती है अगर वे ही अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटे तो बवाल मचना जायज है. पुलिस हमेशा पब्लिक की सुरक्षा के लिए जानी जाती है, लेकिन अगर वही पुलिस जनता को गोली मार देने की बात करे तो जनता का भड़कना भी जायज है. पूरा मामला डोंगरगढ़ के मूसरा गांव का है. इस मामले की शिकायत गृह मंत्री विजय शर्मा से शिकायत की गई है. मंत्री ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है.
डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू के नेतृत्व में मूसरा गांव में तीन दिवसीय लोक मड़ई कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. बीती रात कार्यक्रम के समापन के अवसर पर भाजपा कार्यकर्ता कन्हारडबरी निवासी जितेंद्र वर्मा अपने परिवार के साथ लोक मड़ई देखने पहुंचे थे, लेकिन गेट पर ही उनकी पुलिसकर्मी से बहस हो गई. जितेंद्र बताते हैं कि नशे में धुत्त पुलिसकर्मी ने उनकी एक ना सुनी और जमकर पिटाई कर दी.
समिति के सदस्यों को जब मामले का पता चला तो उन्होंने डोंगरगढ़ टीआई भरत बरेठ से शिकायत की, लेकिन बरेठ ने मामले को शांत करवाना छोड़ उल्टा आग में और घी डाल दिया. टीआई भरत बरेठ ने विवाद के दौरान कह दिया कि अगर मेरा कॉलर कोई पकड़े तो मैं उसे गोली मार दूंगा. गोली मारने की बात सुनकर लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. इस मामले का कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद लोग पुलिस जवान के मेडिकल जांच की मांग करने लगे.
टीआई ने मांगी माफी, गृहमंत्री ने कार्यवाही का दिया आश्वासन
बात बिगड़ती देख टीआई भरत बरेठ ने मांफी तो मांग ली, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता की पिटाई को लेकर समिति ने पूरे मामले की शिकायत गृह मंत्री विजय शर्मा से शिकायत की है. मंत्री ने कार्यवाही का आश्वासन भी दिया है. बता दें कि धर्म नगरी डोंगरगढ़ में पिछले दिनों अवैध शराब बिक्री का मामला विधानसभा में भी गूंजा था. विधायक हर्षिता बघेल ने भी पुलिसकर्मी पर नशे में ड्यूटी करने का आरोप लगाया था. ऐसे में फिर पुलिसकर्मियों के नशे में ड्यूटी करने का मामला सामने आया है, जिस पर डोंगरगढ़ पुलिस पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.