No-Confidence Motion कटघोरा और दीपिका में 22 दिसंबर को अविश्वास प्रस्ताव, बीजेपी बोली- कई पार्षदों का समर्थन, कोरबा में नगर सरकार पर सत्ता परिवर्तन का संकट

- Advertisement -

No-Confidence Motion कोरबा.छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही अब नगरीय निकायों में कांग्रेस के हाथ से नगर सरकार की कुर्सी जाती हुई नजर आ रही है। कोरबा में भी नगर सरकार में परिवर्तन का खतरा बढ़ गया है।

 

- Advertisement -

कटघोरा नगर पालिका में अध्यक्ष रतन मित्तल के खिलाफ बीजेपी पार्षदों का दल 22 दिसंबर को अविश्वास प्रस्ताव(No-Confidence Motion) लाने की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा नगर पालिका परिषद दीपिका के अध्यक्ष संतोषी दीवान की कुर्सी भी खतरे में नजर आ रही है। बीजेपी ने कई पार्षदों का समर्थन मिलने का दावा किया है।

No-Confidence Motion

No-Confidence Motion
No-Confidence Motion

दरअसल, कुछ महीने पहले कटघोरा नगर पालिका में कांग्रेस के नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने मोर्चा खोला था। कटघोरा नगर पालिका में 15 पार्षद हैं, जिसमें कांग्रेस के 7 और बीजेपी के 7 पार्षद हैं, वहीं एक निर्दलीय पार्षद है। अविश्वास प्रस्ताव से कटघोरा नगरी निकाय की राजनीति गरमा गई है। भाजपा पार्षदों ने प्रशासन को अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवेदन दिया है।

दीपिका में कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी पर संकट

कोरबा जिले के नगर पालिका परिषद दीपिका के अध्यक्ष संतोषी दीवान की कुर्सी आगामी दिनों में रहेगी या जाएगी, इसे लेकर पेंच फंस गया है। भाजपा पार्षदों ने अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए प्रशासन को ज्ञापन दिया है। दावा किया जा रहा है कि भाजपा को यहां पर चार अन्य पार्षदों का भी समर्थन मिला हुआ है। प्रशासन को ज्ञापन सौंपने के साथ आगे की रणनीति बनाई जा रही है।

बीजेपी के पार्षदों ने खोला मोर्चा।
बीजेपी के पार्षदों ने खोला मोर्चा।

दीपिका में कांग्रेस 11 पार्षद और निर्दलीय का समर्थन

नगरीय निकायों के प्रमुख पदों के लिए पिछले चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से संपन्न हुए थे, जिसमें निर्वाचित पार्षदों ने अध्यक्ष का चुनाव किया था। 21 सदस्यों वाली नगर पालिका परिषद दीपका में भाजपा से सर्वाधिक 10 पार्षद चुनकर आए थे, जबकि कांग्रेस के 11 और एक निर्दलीय पार्षद को जीत मिली थी।

भाजपा के पार्षद ज्यादा थे, फिर भी नहीं बना पाए अध्यक्ष

अल्पमत में होने के बावजूद कांग्रेस पार्षद संतोषी दीवान ने नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद का चुनाव जीत लिया, जबकि भाजपा के पार्षद ज्यादा थे और उसे दूसरे पार्षदों का भी समर्थन मिला हुआ था। हालांकि इस बारे में कई प्रकार की चर्चा गर्म रही।

भाजपा के 10 पार्षदों ने सौंपा ज्ञापन

छत्तीसगढ़ में 4 साल का समय बीतने के बाद अब सत्ता परिवर्तन हो गया है। इसी के साथ कई प्रकार के नए समीकरण बन रहे हैं। नगर पालिका परिषद में भाजपा के पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव से संबंधित आवेदन जिला प्रशासन को सौंपा। इस दौरान भाजपा के सभी 10 पार्षद यहां मौजूद रहे।

पार्षदों ने प्रशासन को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर ज्ञापन सौंपा।
- Advertisement -
Latest news
- Advertisement -
Related news
- Advertisement -