देश का पूर्वी तटीय राज्य ओडिशा एक बार फिर भी भारी बारिश की चपेट में आ सकता है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के चलते ओडिशा के तटवर्ती राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। तटीय जिलों के कलेक्टरों ने मछुआरों को यह निर्देश जारी किया है कि वे समंदर में मछली पकड़ने के लिए नहीं जाएं।
16 नवंबर को ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश
मौसम विभाग भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमा शंकर दास ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व से सटे अंडमान सागर के ऊपर एयर सर्कुलेशन के प्रभाव से कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ेगा। 16 नवंबर को यह सिस्टम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा। फिर यह धीरे-धीरे बंगाल की खाड़ी में उत्तर और उत्तर पूर्व दिशा की ओर बढ़ेगा। इससे सिस्टम की वजह से ओडिशा के तटीय हिस्सों के साथ-साथ अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश हो सकती है।
राज्य सरकार अलर्ट
उधर, मौसम के बदलते रुख को देखते हुए सरकार भी अलर्ट हो गई है। प्रदेश के बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा और गंजम के कलेक्टरों को लिखी चिट्ठी में विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू ने कहा कि मछुआरों को 15 नवंबर से समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है और उन्हें किनारे पर लौटना होगा। उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटों में दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से राज्य में बारिश हो सकती है।
15 नवंबर को हल्की से मध्यम बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक तटीय जिलों के अलावा राज्य के आंतरिक हिस्सों में भी बारिश हो सकती है। 14 नवंबर तक मौसम शुष्क रहेगा, 15 नवंबर को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है और 16 नवंबर को बारिश की तीव्रता बढ़ जाएगी। प्रदेश के गंजम, गजपति, रायगड़ा, पुरी, जगतसिंहपुर और मल्कानगिरी समेत अन्य जिलों में 15 नवंबर को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।