जांजगीर-चांपा – ब्लैकआउट न्यूज़- टिकरापारा में गुरुवार को दारू भट्ठी के सामने बड़ी संख्या में महिलाओं ने धरना-प्रदर्शन किया। मामला अकलतरा थाना क्षेत्र के ग्राम अर्जुनी का है। महिलाओं ने आबकारी विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने ‘दारू नहीं चाहिए’ और ‘दारू भट्ठी नहीं खुलने देंगे’ का नारा लगाया।
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ग्राम अर्जुनी के टिकरापारा में दारू भट्टी के सामने महिलाएं धरने पर बैठी हुई हैं। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि इससे पहले दारू भट्ठी बोहापारा में खुली थी, जिसे 75 दिनों के आंदोलन के बाद बंद कराया गया था। अब नए देशी शराब की भट्ठी को खोलने के लिए टिकरापारा को आबकारी विभाग ने चुना है, लेकिन वे ऐसा नहीं होने देंगी। आक्रोशित महिलाएं 2 दिनों से दारू भट्टी के सामने प्रदर्शन कर रही हैं।
महिलाओं का कहना है कि हमें अर्जुनी गांव क्षेत्र के किसी भी जगह पर दारू भट्ठी नहीं चाहिए। उनका कहना है कि शराब पीकर लोग घरेलू हिंसा करते हैं, उनके साथ गालीगलौज और मारपीट करते हैं। गांव का माहौल खराब होता है, साथ ही बच्चे भी बड़ों को देखकर चोरी-छिपे शराब पीने लगते हैं, जिससे पढ़ाई-लिखाई की उम्र में उनका भविष्य खराब हो जाता है। गांव की महिलाओं ने कहा कि बुधवार को भी शराब से भरा वाहन आया था, जिसे हमने रोक लिया और एक भी बोतल उतरने नहीं दी।
इधर अकलतरा सर्कल प्रभारी गौरव दुबे ने कहा कि इससे पहले अर्जुनी गांव के बोहापारा में खोली गई शराब भट्ठी को महिलाओं के भारी विरोध के बाद बंद करना पड़ा था। इसके बाद सरकार से इसके स्थानांतरण का आदेश मिला था। अब इसे अर्जुनी के टिकरापारा में खोला जाना है, लेकिन यहां भी महिलाएं विरोध-प्रदर्शन और धरने पर बैठी हैं। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी जाएगी। इसके बाद जैसा भी आदेश आएगा, उस अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
फिलहाल आबकारी और पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची हुई है और महिलाओं को समझाया जा रहा है। भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अध्यक्ष रजनी साहू ने कहा कि शराब भट्ठी को लेकर पहले भी आंदोलन होते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कलेक्टर को भी गांव में कहीं पर भी शराब भट्ठी नहीं खोलने को लेकर आवेदन दिया गया था, इसके बावजूद फिर से नई जगह तय कर दी गई। उन्होंने कहा कि आसपास कई सौ एकड़ खेत हैं। अगर यहां शराब भट्ठी खोली गई, तो महिलाएं अकेले खेत जाने में डरेंगी। वे खुद को असुरक्षित महसूस करेंगी।