कोरबा। KORBA BREAKING शारदा विहार स्थित आयुष्मान हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 27 वर्षीय गर्भवती दुर्गेश्वरी साहू की मौत का मामला अब तूल पकड़ लिया हैँ। जांजगीर-चांपा जिले के खिसोरा निवासी प्रतिस साहू अपनी पत्नी को 24 सप्ताह की गर्भावस्था में कोरबा लेकर आए थे जहां सोनोग्राफी के बाद डॉक्टर ने गर्भपात (अबॉर्शन) कराने की सलाह दी थी.
क्या है मामला KORBA BREAKING

परिजनों के अनुसार 4 अक्टूबर की रात महिला की तबीयत अचानक बिगड़ने पर अस्पताल में अबॉर्शन और पेट की सफाई करने का दावा करते हुए 5 अक्टूबर की सुबह उसे डिस्चार्ज कर दिया गया परिवार का आरोप है कि डिस्चार्ज के कुछ ही देर बाद महिला के यूरिनल मार्ग से मल का रिसाव शुरू होने लगा स्थिति गंभीर होने पर वे उसे दोबारा आयुष्मान हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने बिना इलाज के उसे बालको हॉस्पिटल रेफर कर दिया.
बालको अस्पताल ने कहा KORBA BREAKING

बालको हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने जांच में बताया कि महिला के पेट में बच्चा मर चुका था, जिससे गंभीर संक्रमण फैल चुका था संक्रमण बढ़ने के कारण महिला की स्थिति लगातार बिगड़ती चली गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
परिजन पहुंचे कलेक्टर दरबार KORBA BREAKING

मृतका के परिजनों ने आयुष्मान हॉस्पिटल के डॉक्टर ज्योति श्रीवास्तव व प्रबंधक प्रभात पाड़ीगृह गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोरबा कलेक्टर से जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ अपराध दर्ज करने की गुहार लगाई हैl पीड़ित की शिकायत पर कलेक्टर ने जाँच टीम गठित कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की बात कही हैँ।

घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है वहीं अब देखना होगा की शिकायत के बाद पीड़ित की शिकायत पर कब तक कार्रवाई हो पाती है।




