KORBA : पेयजल की समस्या: शुद्ध पेयजल के अभाव में दूषित पानी पीने को मजबूर हैं ग्रामीण

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संतोष सारथी/कोरबा/ब्लैकआउट न्यूज़- सरकार द्वारा जल जीवन मिशन योजना चलाई जा रही है, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर तक उच्च गुणवत्ता वाले पेयजल के व्यवस्था कर नल लगाए जाते हैं ताकि ग्रामीणों को खराब पानी से होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके, मगर इस योजना में समय समय पर लापरवाही देखने को भी मिलती है।

 

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ऐसे ही मामला कोरबा जिले में सामने आया है जहा जल जीवन मिशन के तहत घर घर नल तो लगाया गया मगर उसमे पानी की उपलब्धता से ग्रामीण वंचित है, पुरा मामला जिला मुख्यालय से लगभग 22 किमी दूरी में मौजूद ग्राम पंचायत बेला अंतर्गत ग्राम गहनिया के खेतार पारा का है जहा ग्रामीणों को गर्मी में पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जिसके वजह से गांव में मौजूद दूषित पानी पीने को मजबूर है जिससे विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा बना हुआ है।

 

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उक्त ग्राम में लगभग 42 परिवार निवास करते हैं, जिसमें महिला पुरुष एवं लगभग 30 से 35 की संख्या में बच्चे भी शामिल है, ब्लैक आउट न्यूज़ की टीम से ग्रामीणों ने बताया कि लगभग पिछले 1 महीने से घरों में नल से आने वाले पानी का सप्लाई बंद है जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

दूषित पानी पीने को मजबूर है ग्रामीण

पानी की सप्लाई बंद होने के कारण ग्रामीणों ने बताया कि वे घर से लगभग 1 किलोमीटर दूर जाकर डोढी (प्राकृतिक नाला) से पानी भरकर लाते हैं दूषित पानी पीने को मजबूर है, तथा उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है ।

स्वास्थ्य संबंधित बीमारियों का बढ़ा खतरा

शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण ग्रामीणों एवं बच्चों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है जिसके कारण उन्हें दूषित पानी से होने वाली बीमारियां से पीड़ित होने का खतरा बना हुआ है, जिसमें छोटे बच्चों को स्वास्थ्य की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है

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