झारखंड में 26 साल पहले ही लालू यादव की कहानी दोहराई जा सकती है. जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच का सामना कर रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. सियासी गलियारों में ऐसी चर्चा है कि जांच में सहयोग नहीं करने पर ED किसी भी वक्त हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर सकती है. सीएम सोरेन से ED बुधवार दोपहर 1 बजे सीएम दफ्तर में पूछताछ करेगी. सूत्रों के मुताबिक, अगर हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी होती है, तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को उनकी जगह पर सीएम बन सकती हैं.
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नीत गठबंधन के सहयोगी दलों के विधायकों ने मंगलवार को एक बैठक में हेमंत सोरेन सरकार के प्रति एकजुटता व्यक्त की. रिपोर्ट के मुताबिक, विधायकों ने मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन को कमान सौंपे जाने की अटकलों के बीच बिना किसी के नाम वाले एक समर्थन पत्र पर साइन भी किए हैं.
इस मीटिंग में कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं. ऐसा पहली बार है कि जब हेमंत सरकार की किसी मीटिंग में कल्पना सोरेन पहुंची हैं. हालांकि, कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों पर विधायकों ने कहा कि बैठक में ऐसी कोई चर्चा नहीं की गयी.
कल्पना सोरेन की बिजनेस वुमन और सोशल वर्कर के तौर पर पहचान
सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन फिलहाल राजनीति में नहीं हैं. वह रांची में एक प्ले स्कूल चलाती हैं. कल्पना की संथाली, ओड़िया, हिंदी और अंग्रेजी जैसी भाषाओं पर भी उनकी खासी पकड़ है. उन्होंने एमबीए की भी डिग्री ली है. झारखंड में उनकी पहचान एक बिजनेस वुमन और सोशल वर्कर के तौर पर भी है.
आ सकती है कानूनी अड़चन
जानकारों के मुताबिक, कल्पना को सीएम बनाने में कानूनी अड़चन भी आ सकती है. संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक, अगर विधानसभा का कार्यकाल एक साल से कम बचा है, तो मध्यावधि चुनाव नहीं करवाया जा सकता. ऐसे में कल्पना सोरेन का सीएम बनना मुश्किल होगा, क्योंकि वो विधायक नहीं हैं. अगर ऐसी अड़चन आती है, तो किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.
हालांकि, सब कुछ बुधवार को ईडी की होने वाली पूछताछ के परिणाम के बाद ही तय होगा, क्योंकि अगर हेमंत सोरेन गिरफ्तार नहीं होते हैं, तो वही मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
31 घंटे बाद रांची लौटे हेमंत सोरेन
इससे पहले बीजेपी ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के ‘लापता’ होने का दावा किया था. ‘लापता’ होने की चर्चा के बीच 31 घंटे बाद हेमंत सोरेन मंगलवार दोपहर को रांची आए. उन्होंने दोपहर में एक बैठक की, जिसमें कल्पना सोरेन भी पहुंची थीं. इसके बाद शाम को सीएम हाउस में महागठबंधन (JMM, कांग्रेस और RJD) के विधायक दल की बैठक हुई. इस मीटिंग में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 7 विधायक नहीं पहुंचे. सूत्रों के मुताबिक, बताया जा रहा है कि ये सभी विधायक हेमंत की पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा से नाराज हैं.
कल्पना सोरेन को लेकर परिवार में ही मतभेद
हेमंत सोरेन की जगह पर कल्पना सोरेन को सीएम बनाने को लेकर परिवार में ही सहमति नहीं है. सूत्रों की मानें, तो हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन और भाई बसंत सोरेन, कल्पना सोरेन के नाम पर सहमत नहीं है. सीता सोरेन JMM की विधायक हैं और वो हेमंत सोरेन के दिवंगत बड़े भाई दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. वहीं बसंत सोरेन सीएम सोरेन के छोटे भाई हैं.