Home remedies for piles पाइल्स (बवासीर) का घरेलू इलाज निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है। ये उपाय लक्षणों को कम करने और राहत प्रदान करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन गंभीर स्थिति में डॉक्टर से परामर्श जरूरी है:
1. फाइबर युक्त आहार :
– उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ जैसे साबुत अनाज, हरी सब्जियां (पालक, ब्रोकली), फल (सेब, नाशपाती, आलूबुखारा), और दालें खाएं।
– इससे मल नरम होता है और कब्ज की समस्या कम होती है, जो पाइल्स को बढ़ने से रोकता है।
2. पानी और तरल पदार्थ : Home remedies for piles

– दिन में 8-10 गिलास पानी पिएं। नारियल पानी, छाछ, और ताजे फलों का रस भी फायदेमंद है।
– पर्याप्त पानी कब्ज को रोकता है और मल त्याग को आसान बनाता है।
3. एलोवेरा जेल : Home remedies for piles
– ताजा एलोवेरा जेल को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। यह सूजन और जलन को कम करता है।
– एलोवेरा का जूस पीने से भी पाचन बेहतर होता है।
4. नारियल तेल : Home remedies for piles
– नारियल तेल को बाहरी बवासीर पर लगाएं। यह दर्द और सूजन को कम करता है।
– इसे दिन में 2-3 बार इस्तेमाल करें।
5. सिट्ज बाथ (गर्म पानी से स्नान) : Home remedies for piles
– एक टब में गुनगुना पानी लें और उसमें 10-15 मिनट तक बैठें। दिन में 2-3 बार करें।
– इसमें थोड़ा सा नमक या बेकिंग सोडा मिला सकते हैं। यह दर्द और सूजन को कम करता है।
6. आइस पैक :
– बवासीर की सूजन को कम करने के लिए आइस पैक को साफ कपड़े में लपेटकर प्रभावित क्षेत्र पर 10-15 मिनट तक लगाएं।
7. त्रिफला चूर्ण :
– रात को सोने से पहले 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें। यह कब्ज को दूर करता है और पाचन को बेहतर बनाता है।
8. जीरा और सौंफ :
– भुना हुआ जीरा या सौंफ का पानी पिएं। यह पाचन को सुधारता है और गैस की समस्या को कम करता है।
9. जीवनशैली में बदलाव :
– लंबे समय तक बैठने से बचें। हर 1-2 घंटे में थोड़ा टहलें।
– मल त्याग के दौरान ज्यादा जोर लगाने से बचें।
– मसालेदार, तला-भुना, और जंक फूड से परहेज करें।
10. हल्दी और घी :
– थोड़ी सी हल्दी को देसी घी में मिलाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
सावधानियां :
– अगर बवासीर से खून आए, दर्द असहनीय हो, या लक्षण 5-7 दिनों में सुधार न करें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
– घरेलू उपचार सहायक हैं, लेकिन गंभीर मामलों में मेडिकल जांच जरूरी है।
नोट : ये उपाय सामान्य सुझाव हैं। अपनी स्थिति के अनुसार आयुर्वेदिक या मेडिकल विशेषज्ञ से सलाह लें।