कोरबा/(ब्लैकआउट न्यूज़)Defunct Korba CHMO कोरबा CHMO एस एन केसरी को पदस्थ हुए लगभग दो बरस हो गए लेकिन उनके कार्यकाल की कोई खास उपलब्धि नजर नहीं आयी बल्कि अपने अधीनस्थ डाक्टरों, BMO सहित अन्य स्टॉफ मे उनकी साख का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की श्री केसरी कोरबा के झोला छाप डाक्टरों पर कार्यवाही का पत्र जारी करते है लेकिन BMO उस आदेश के परिपालन मे कोई रूचि नहीं दिखाते है.जबकि कोरबा मे झोला छाप डाक्टरों की भरमार तो है ही साथ ही अवैध लेब कुकुरमुत्ते की तरह पंप रहे है
कोरबा मे संचालित लेब का संचालन बिलासपुर रायपुर पुणे जैसी जगहों पर बैठकर डिजिटल हस्ताक्षर से कब का अवैध संचालन चल रहा है जिसे श्री केसरी रोक पाने मे असमर्थ दिखाई दे रहे है.
Defunct Korba CHMO 30 अगस्त को जारी आदेश पर कार्यवाही शून्य
बतादे की कोरबा CHMO द्वारा अपने अधीनस्थ BMO को पत्र जारी कर झोला छाप डाक्टरो पर कार्यवाही का निर्देश दीया था लेकिन आज आदेश को 17 दिन पुरे हो चुके केकिन BMO श्री केसरी के पत्र को सीरियसली ले ही नहीं रहे है तभी तो 17दिन बिट जाने के बाद भी किसी एक भी झोला छाप डॉक्टर पर कार्यवाही नहीं की गयी है.
आश्चर्य तो तब होता है जब इस आदेश के बाद 04/09/2024 BMO द्वारा एक पत्र सेक्टर प्रभारियों को जारी कर झोला छाप डाक्टरों को सूची बद्ध करने का फरमान जारी कर दीया गया इस आदेश को भी 15दिन हो गए कोई जानकारी आयी हो ऐसा प्रतीत नहीं होता. CHMO एवं BMO पत्र पत्र खेल कर अपनी जिम्मेदारियों की इतिश्री कर रहे है धरातल पर कार्यवाही सिफ़र ही है.
Defunct Korba CHMO CHMO के नाक के नीचे फल फूल रहा अवैध लेब जा कारोबार
CHMO की निष्क्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है की CHMO के नाक के नीचे कोरबा मे अवैध लेब का कारोबार खूब फलफूल रहा है कोरबा मे सैकड़ो ऐसे लेब है जो फर्जी ढंग से संचालित है केकिन CHMO कुम्भकरणीय नींद सोये हुए है मानो ऐसा प्रतीत होता है की ऐसे अवैध लेब को साहब की मौन स्वीकृति मिली हो तभी तो धड़ल्ले से अवैध लेब संचालित है यहाँ बताना लाजमी होगा की बिलासपुर, रायपुर, पुणे, मुंबई जैसी जगहों मे बैठे डॉक्टर कोरबा मे लेब का संचालन कर रहे है वही लेब मे नॉन टेक्निसियन अपनी सेवाएं दे रहे है
और रिपोर्ट पर दूर दराज बैठे डाक्टर के डिजिटल हस्ताक्षर लग दीया जाता है इससे न सिर्फ मरीजों के साथ धोखा धड़ी हो रही है बल्कि मरीजों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है. CHMO की इस निष्क्रियता से जहाँ अवैध लेब संचालकों की बल्ले बल्ले हो गयी है. अगर ऐसे फर्जी लेब को रोकने मे CHMO नाकाम रहते है तो उन्हें पद मुक्त कर किसी जिम्मेदार डॉक्टर को इस महत्वपूर्ण पद पर बैठना चाहिए जिससे शहर के लोग उस ढगी का शिकार ना हो सके.
Defunct Korba CHMO कटघोरा का बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर सील
इसी तरह के मामले मे कटघोरा मे संचालित बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर को CHMO के निर्देश पर आज सील कर दीया गया है बताया जा रहा है की उक्त बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर का संचालन डॉ दिग्विजय सिंह द्वारा बिलासपुर से संचालित किया जा रहा था बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर मे नॉन टेक्निसियन लोग कार्यरत थे जिसकी शिकायते लगातार आ रही थी जिस पर आज CHMO ने कार्यवाही करते हुए बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर को सील कर दीया है.
इसी तरह के बहुतायत डायग्निस्टिक सेंटर जिले मे संचालित है अब देखना यह होगा की उन पर कार्यवाही की जाती है या फिर वही ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होंगी.