मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर में मामूम से दरिंदगी मामले में पुलिस ने 4 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है। बच्ची से दरिंदगी करने वालों में दो ऑटो का उपयोग हुआ है। एक ऑटो चालक को थाना नीलगंगा क्षेत्र के शांति नगर से पुलिस ने जब्त किया है जिससे सख्ती के साथ पूछताछ की गई तो उसने एक और ऑटो वाले के बारे में बताया। पुलिस सख्ती से पूछताछ कर रही है। दरिंदगी करने वाले की संख्या की बात करें तो तीन से चार लोगों ने इस घिनौनी कृत्य को अंजाम दिया है।
रविवार व सोमवार की रात 3 बजे स्मार्ट सिटी के कैमरे में इंदौर रोड पर बच्ची स्कूल यूनिफॉर्म पहने हुए दिखाई देती हुई नजर आई है। अल सुबह 4:00 से 5:00 के बीच में 12 वर्षीय बच्ची के साथ घिनौना कृत्य सुनसान इलाके में किया गया है। वारदात में ऑटो रिक्शा का भी उपयोग किया गया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार एक ऑटो में खून के धब्बे भी होने की सूचना प्राप्त हो हुई है। जल्द ही इस मामले का पुलिस खुलासा कर सकती है।
उज्जैन की घटना पर प्रियंका वाड्रा ने ट्वीट कर प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं। लिखा है कि- भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं है। लाडली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फ़ायदा है अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती? प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा- भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई लेकिन मदद नहीं मिल सकी। ये है मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं है। लाडली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फ़ायदा है अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती?