कोरबा। (संतोष कुमार सारथी) Controversy over corporation’s Ramlila नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा 28 सितंबर से 2 अक्टूबर तक घण्टाघर ओपन थिएटर में आयोजित पांच दिवसीय रामलीला और दशहरा मेला अब राजनीतिक विवादों में घिर गया है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि सरकारी खर्च से आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को भाजपा मंच में बदल दिया गया।
Controversy over corporation’s Ramlila

आयोजन में नगर निगम का फंड खर्च हुआ, लेकिन अब तक आय-व्यय का ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया गया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब कार्यक्रम जनता के पैसे से हुआ है, तो उसकी पूरी जानकारी निगम को वेबसाइट और मीडिया में साझा करनी चाहिए।
नगर पालिका निगम कोरबा के नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू सहित 10 कांग्रेसी पार्षदों ने कलेक्टर कोरबा को पत्र लिखकर कार्यक्रम की घोर निंदा की है कांग्रेस नेताओं का कहना है कि दशहरा मंच पर भाजपा जिला अध्यक्ष को मुख्य अतिथि के रूप में बैठाया गया, जबकि अन्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित तक नहीं किया गया।
Controversy over corporation’s Ramlila
नेताओं ने इसे “सार्वजनिक कार्यक्रम को राजनीतिक रंग देने की कोशिश” बताया और निगम प्रशासन के रवैये की निंदा की।
कांग्रेस ने निगम से दोनों आयोजनों—रामलीला और दशहरा मेला—का पूरा खर्च सार्वजनिक करने की मांग की है। उनका कहना है कि पारदर्शिता जरूरी है ताकि जनता को पता चल सके कि सरकारी खजाने से कितना पैसा कहां खर्च हुआ।