बस्तर से बहुचर्चित और विवादित कांग्रेस नेता अमीन मेमन अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन एक बार फिर विवादों में फंंस गए है। कांग्रेस पार्टी का भरोसा अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन अमीन मेमन ने तोड़कर एक बार फिर कांग्रेस से बाहर जाने के कगार पर आ गए है। पार्टी में महत्वपूर्ण पद पर होते हुए भी पार्टी विरोधियों से मिलकर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने में संलिप्त पाए गए।
बस्तर के कांग्रेसियों विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखाने की मांग है। शनिवार को सैकड़ों कार्यकर्ता विधायक संतराम नेताम के नेतृत्व में राजीव भवन पहुंच कर प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा और पीसीसीचीफ दीपक बैज से मुलाकात कर अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन अमीन मेमन को पार्टी से निकालने की मांग की।
ज्ञात हो कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खासमखास और सिपहसालार अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन अमीन मेमन की आज भी पार्टी विरोधी कार्य में लिप्त रहते हैं। इसकी पुष्टि स्वयं खुद केशकाल के कांग्रेस प्रत्याशी संतराम नेताम ने लिखित तौर पर शिकायत की है। बताया जा रहा है कि अमीन मेमन का जोगी परिवार से उतना ही गहरा संबंध है जैसे पहले था। विदित हो कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी हाईकमान ने 2017-18 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। 2017 -18 में तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष और वर्तमान सीएम भूपेश बघेल की मेहरबानी और प्रयासों से पार्टी में बहाली हुई थी। और एक साल पहले ही मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक कांग्रेस का अध्यक्ष बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी।