प्रयागराज की धूमनगंज पुलिस ने अतीक अहमद के मददगार और वांटेड अभियुक्त शाकिर को कल गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शाकिर के पास से एक देसी तमंचा और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। गिरफ्तारी के बाद शाकिर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस को ये कामयाबी ऑपरेशन जिराफ के तहत मिली है। पुलिस ने बताया कि शाकिर 120 फीट रोड पर मौसम विहार अपार्टमेंट के सामने खड़ा था, तभी एक मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पकड़ लिया।
ऑपरेशन जिराफ से मिली सफलता
बता दें कि प्रयागराज में माफियाओं के कब्जे से ज़मीनों पर अवैध कब्जे को छुड़वाने के लिए पुलिस ने ऑपरेशन जिराफ शुरू किया है। इस ऑपरेशन के तहत पुलिस माफियाओं के अवैध कब्जे का पता लगाकर उसको कब्ज़ा मुक्त कराएंगी, इसके अलावा उन शूटरों और गैंगस्टर का पता लगाएंगी जो माफियाओं के इशारों पर किसी भी वारदात को अंजाम देते हैं। ऑपरेशन जिराफ की 3 टीमों का गठन किया गया है। ऑपरेशन जिराफ के शुरू होने से अतीक के IS 227 गैंग के सदस्यों को सबसे ज़्यादा परेशानी हो रही है।
अशरफ का साला दिल्ली से हुआ था गिरफ्तार
बता दें कि पिछले हफ्ते ही उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अतीक अहमद गिरोह के सक्रिय सदस्य और एक लाख रुपए के इनामी अपराधी अब्दुल समद उर्फ सद्दाम को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक प्रयागराज के पूरामुफ्ती के रहने वाले अपराधी सद्दाम को 27/28 सितंबर की दरमियानी रात करीब दो बजे दिल्ली के मालवीय नगर से गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक सद्दाम, अतीक अहमद गिरोह का सक्रिय सदस्य और अतीक के भाई अशरफ का साला है। बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
अतिन जफर प्रयागराज से पकड़ा गया
इससे पहले 23 सितंबर को जेल में अवैध मुलाकातों के मामले में विवेचना के दौरान चर्चित हुए आरोपी अतिन जफर को बिथरी पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर किया था। अतिन का पिता जफर उल्ला अतीक का करीबी था और बिल्डर मोहित जायसवाल को अगवा करने के बाद देवरिया जेल ले जाकर अतीक द्वारा उसकी कंपनी को हड़पने के मामले में आरोपी है। वहीं खुल्दाबाद का रहने वाला अतिन वही शख्स है, जिसने उमेश पाल हत्याकांड के बाद असद का ATM लखनऊ में इस्तेमाल किया था, जिससे पुलिस गुमराह हो जाए। गौरतलब है कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की इसी साल 15 अप्रैल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।