अंबिकापुर में सड़क किनारे बुधवार तड़के एक विक्षिप्त महिला ने बच्चे को जन्म दिया। सूचना पर 108 संजीवनी एक्सप्रेस की टीम ने महिला और बच्चे को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमसीएच में भर्ती कराया। प्रसूता और नवजात शिशु दोनों की हालत ठीक है। महिला अपने घरवालों का नाम तक नहीं बता पा रही है।
जानकारी के मुताबिक, मामला भट्ठीरोड स्थित एक निजी अस्पताल के पास का है। सड़क किनारे बच्चे को जन्म देने की जानकारी जब लोगों को मिली, तो इसकी सूचना डायल 108 को दी गई। स्थानीय लोगों ने महिला और बच्चे को चादर और कपड़े दिए।
मां और बच्चा स्वस्थ
महिला डॉक्टर ने बच्चे को एसएनसीयू वार्ड और महिला को लेबर वार्ड में दाखिल कराया है। डॉक्टर ने मां और बच्चे को स्वस्थ बताया है। महिला बच्चे के साथ कब से सड़क किनारे पड़ी थी, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
अस्पताल में काटा गया गर्भनाल
गायनी डिपॉर्टमेंट की एचओडी डॉ अविनाशी कुजूर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचने पर बच्चे का गर्भनाल काटा गया है। ज्यादा देर तक बच्चे का गर्भनाल नहीं काटा जाता, तो हालत बिगड़ सकती थी। फिलहाल दोनों स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा कि अनुमान है कि महिला ने बुधवार तड़के ही बच्चे को जन्म दिया होगा और कुछ ही घंटे में अस्पताल सुरक्षित पहुंच गई। अगर अधिक देर हुई होती, तो मां और बच्चे की जान को खतरा हो सकता था।
नहीं बता पा रही परिजनों का नाम
डॉ अविनाशी कुजुर ने बताया कि प्रसूता अपने परिवार के लोगों का नाम-पता नहीं बता पा रही है। उससे नाम-पता पूछने पर वह गालीगलौज करने लगती है। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। एक सप्ताह पहले भी उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था, लेकिन तब भी उसका यही रवैया था। उस वक्त वो अस्पताल से भाग गई थी।
अस्पताल प्रबंधन भी चिंतित
प्रसूता की मानसिक हालत को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन भी चिंतित है। फिलहाल बच्चे को मां से अलग निगरानी में रखा गया है। नवजात बालक स्वस्थ है। परिजन साथ नहीं हैं, प्रसूता अपने बच्चे को कैसे रखेगी, इसे लेकर अस्पताल के चिकित्सक और स्टाफ चिंतित हैं।