कोरबा(ब्लैकआउट न्यूज़)Workers’ strike in Manikpur mine मानिकपुर खदान में कार्यरत ठेकेदार द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों के शोषण से परेशान कर्मचारियों ने आज मानिकपुर कलिंगा ऑफिस के सामने काम बंद हड़ताल कर दिया है जिससे खदान के निजी ठेकेदारों द्वारा कराये जा रहे काम पर असर पड़ा है. श्रमिकों ने विभिन्न मांगों को लेकर SDM को पत्र सौंपा है.श्रमिकों ने HPC (हाई पावर कमेटी) दर पर वेतन दिलाने, वार्षिक बोनस दिलाने, HPC दर पर EPF दिलाने एवं मेडिकल सुविधा दिलाने की मांग की है.
Workers’ strike in Manikpur mine
श्रमिकों ने पत्र में कहा है की हम सभी ठेका श्रमिक है जो कि 10-12 वर्षों से एस.ई.सी.एल, मानिकपुर के CHP में ऑपरेशन, मेन्टेनेन्स बेल्ट क्लिनिंग आदि, टी लाईन व खदान में बिजली, पम्प ऑपरेटिंग वाहन चालक आदि का काम करते आ रहे हैं। वर्तमान में हम विभिन्न ठेकेदारों (मेसर्स आर्ना कंस्ट्रक्शन ए.के राकेश, साहू) के माध्यम से काम कर रहे हैं। हमें प्रबंधन द्वारा सामाजिक सुरक्षा (EPF, पेन्शन स्कीम) एवं आर्थिक सुरक्षा के लिए HPC दर से वेतन भुगतान किया जाना है जो कि कार्यालीन (ऑफिस) रिकार्ड में हमारे खाते में तो दिया जा रहा है, किन्तु इन सभी सुविधाओं का लाभ तो दूर की बात है अपितु इनके कारण हमारा आर्थिक सामाजिक एवं मानसिक शोषण हो रहा हैं।
Workers’ strike in Manikpur mineहरिजन आदिवासियों का शोषण
ज्ञात हो कि हम सभी छत्तीसगढ़ के मूल निवासी है और अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग जैसे गरीब और दलित, निसहाय सामाजिक वर्ग से आते हैं जिसका फायदा उठाकर ठेकेदार द्वारा डरा-धमका कर काम से निकाल देने की धमकी देकर हर महिने 18000 /- रू. (अठारह हजार) जबरन वसुली करता हैं, फलस्वरूप 10000/- से 12000/- रू. वेतन में हमें परिवार का गुजारा करना पड़ता हैं।
Workers’ strike in Manikpur mineसरकारी सुविधाओं से हो गए वंचित, गरीबी रेखा से नाम कटा
हम सभी लोग BPL (गरीबी रेखा से नीचे) का जीवन जीने वाले लोग है जो भारत सरकार द्वारा मिलने वाले सुविधाएं जैसे राशन, बिजली, शिक्षा में छूट आदि सुविधाओं का लाभ उठाते आ रहे हैं। HPC दर से वेतन का भुगतान होने के कारण आज हम बिना किसी फायदे के अकारण ही हमारी गरीबी रेखा सर्वे सुचि से नाम कटने के कगार पे आ गया है जिसके कारण विभिन्न शासकिय सुविधाओं से हम वंचित हो सकते हैं।
HPC वेतन दर से भुगतान होने के कारण टेक्स स्लेब 2024 के अनुसार हम सभी ठेका श्रमिक आयकर दाता की श्रेणी में बिना किसी लाभ प्राप्ति के आ गये हैं जो कि अनुचित हैं।
पुलिस और SECL के अधिकारी पहुचे मौके पर
हड़ताल के मद्देनजर SECL के अधिकारी और पुलिस बल मौके पर तैनात है और आंदोलन रत कर्मचारियों को समझाने की कोशिश कर रहे है
बोनस की मांग करने पर भी हम लोग HPC दर पर वेतन मिलने के कारण 21000/- रू. मासिक से कम वेतन के अनिवार्यता (बोनस हेतु) हैं जिस कारणवश बोनस अधिकार से वंचित कर दिया गया है।
सामाजिक सुरक्षा जैसे PF एवं पेंशन स्कीम में भी एस.ई.सी.एल. प्रबंधन द्वारा हमें 15000/- रू. मासिक वेतन पाने वाले मजदुर की श्रेणी में रखा गया हैं। और उसी अंतर्गत 1800/- रू. (12% मजदूर अंशदान) 550/- रू. (3.67% नियोक्ता) एवं 1250/- रू. (8.33% पेंशन स्कीम) दिया जा रहा है। बाकी HPC वेतन दर के भुगतान पर ठेकेदार को PF एवं पेंशन स्कीम में छूट दी गई हैं जो कि अनुचित है।
मेडिकल सुविधा एवं सुरक्षा उपकरण के नाम पर कुछ भी सुविधा नहीं मिल रहा हैं।
अतः महोदय से अनुरोध है कि कृपा इस मामले की गंभीरता को संज्ञान में लेकर हमें उचित न्याय दिलाने की कृपा करें। उपरोक्त विषय में संतोषजनक कार्यवाही ना होने की स्थिति में हम सभी ठेका श्रमिक आगामि दिनांक 2.3.4 नवम्बर से तीन दिवसीय हडताल पर जाने के लिए विवश होंगे।