पाकिस्तान के नारोवाल स्थित श्री करतारपुर साहिब परिसर में हुई नॉनवेज और डांस पार्टी पर विवाद गर्माता जा रहा है। एक बार फिर पाकिस्तान की परियोजना प्रबंधन इकाई (PMU) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पद पर सिख की नियुक्ति की मांग उठने लगी है। भाजपा के सिख नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने स्पष्ट किया कि वे पहले ही इसके खिलाफ थे और आपत्ति भी उठाई गई थी।
मनजिंदर सिरसा ने ट्वीट कर लिखा- हमने 2021 में PMU करतारपुर कॉरिडोर के सीईओ के रूप में एक गैर-सिख व्यक्ति की नियुक्ति पर आपत्ति जताई थी। चूंकि प्रबंधन बोर्ड को सिख मर्यादा का कोई ज्ञान नहीं है, हमें डर था कि गुरुद्वारा परिसर में ईशनिंदा वाली हरकतें हो सकती हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा डर सच में तब बदल गया जब सीईओ सैयद अबू बकर कुरैशी का करतारपुर साहिब गुरुद्वारा परिसर में शराब पीने और मांस खाने का वीडियो वायरल हुआ। हम मुसलमानों के नेतृत्व वाले इस PMU को तत्काल भंग करने की मांग करते हैं। जिनके कार्यों से दुनिया भर में सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
पाकिस्तान सरकार को गुरुद्वारा साहिब की कमान किसी सिख संस्था को सौंप देनी चाहिए जो सिखी लोकाचार और सिद्धांतों का पालन करती हो।