Chanakya Niti की नीतियों को अपने जीवन में उतारने के आप बहुत हद तक सफलता की ऊंचाइयों को छू सकते है। आचार्य चाणक्य की नीतियां अपनाकर स्त्री पुरुष अपने जीवन को सुखमय भी बना सकते हैं। उनके नीतिशास्त्र में ऐसे कई सूत्र बताए गए हैं जिनसे स्त्री पुरुष के बीच के संबंध मधुर बनते हैं और ऐसी कई नीतियां बताई गई है जिन से देश और समाज आगे बढ़ सकता है। ऐसे में उन्होंने जीवन को सफल बनाने के लिए बहुत सी बातें बताई हैं। उन्होंने ऐसे पुरुषों के बारे में बताया है इनके लिए युवतियां विष के समान होती हैं।
Chanakya Niti: आज ही छोड़ दें ऐसे लोगों का साथ, नहीं तो घर करने लगेंगे नकारात्मक विचार
आचार्य चाणक्य के अनुसार जैसे अभ्यास के बिना शास्त्र विष के समान होता है। भोजन के पूरी तरह से पचे बिना फिर से भोजन करना विष के समान होता है। निर्धन और दरिद्र के लिए समाज में रहना विश के समान होता है। उसी प्रकार बूढ़े पुरुष के लिए युवती विष के समान होती है। बताया जाता है कि कहते हैं कि मनुष्य को निरंतर अभ्यास के द्वारा ज्ञान प्राप्त करते रहना चाहिए अगर वह निरंतर अभ्यास नहीं करेगा तो वह अज्ञानी बन जाएगा और ऐसा ज्ञान विष के समान दुखदाई होता है।
ऐसी पत्नी पथभ्रष्ट हो जाती है जो कि सम्मानित व्यक्ति के लिए विष के समान कष्टदाई होती है। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार दरिद्र और निर्धन व्यक्ति समाज में रहने पर रोज विश के घूंट पीता है। वैसे ही अगर कोई बूढ़ा व्यक्ति युवती से शादी कर ले तो वह अपने वैवाहिक जीवन में रोज कुछ ना कुछ परेशानी जरूर रहती है।