गुजरात के सूरत शहर में समुद्र में डूब रहा एक लड़का आश्चर्यजनक ढंग से बच गया। 36 घंटे तक लड़का भगवान गणेश की मूर्ति के एक फ्रेम को पकड़कर तैरता रहा। आखिरकार मछुआरों की नजर उस पर पड़ी और उसकी जान बच गई।
14 साल के इस लड़के का नाम लाखन है। वह अपनी दादी सविताबेन, भाई करण (11) और बहन अंजलि (10) के साथ शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे सूरत के डुमस बीच की सैर करने गया था। उसी दौरान ये हादसा हुआ।
दादी बच्चों की जिद पर उन्हें समुद्र तट पर सैर कराने ले गई थीं
दरअसल, बच्चे अपनी दादी के साथ अंबाजी मंदिर गए थे। बाद में उनकी जिद पर दादी उनको डुमस बीच पर सैर कराने ले गई। बीच पर पहुंचते ही लाखन और करण समुद्र किनारे खेलते-खेलते नहाने लगे। दादी ने डांट लगाई तो सविता तट से दूर आ गई, लेकिन दोनों भाई नहाने की जिद पर अड़े रहे।
इसी दौरान समुद्र में अचानक तेज लहर उठीं और दोनों भाई लहरों की चपेट में आ गए। वहां मौजूद कुछ लोगों ने किसी तरह करण को लहरों से बचाकर बाहर निकाल लिया, लेकिन लाखन लहरों में गुम हो गया।
लड़के की सांसें चल रही थीं
इसके बाद से ही रेस्क्यू, फायर, गोताखोर और मछुआरों की टीमें बच्चे को तलाश रही थीं। शनिवार देर शाम को कुछ मछुआरों की नजर लड़के पर पड़ी। पहली नजर में उन्हें लगा कि बच्चे की लाश तैर रही है, लेकिन जब मछुआरे उस तक पहुंचे तो देखा कि वह भगवान गणेश की एक मूर्ति के फ्रेम को पकड़े हुए था।
हालांकि लड़का बदहवास हालत में था, लेकिन उसकी सांसें चल रही थीं। मछुआरों की सूचना पर रेस्क्यू और मेडिकल टीम भी बच्चे के पास पहुंचीं और प्राथमिक इलाज के बाद उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया।