तमिलनाडु के कन्याकुमारी में एक मेडिकल स्टूडेंट ने हॉस्टल में सुसाइड कर लिया। घटना 6 अक्टूबर की है। पुलिस ने 8 अक्टूबर रविवार को बताया कि लड़की के कमरे से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें छात्रा ने अपने प्रोफेसर्स, सीनियर्स पर सेक्शुअल हैरेसमेंट और मेंटल एब्यूज करने का आरोप लगाया है।
नोट में स्टूडेंट ने ‘मौत की वजह’ के नीचे तीन नाम लिखे। उसके आगे छात्रा ने यह भी बताया है कि इन लोगों ने उसे कैसे प्रताड़ित किया।
1. डॉ. परमाशिवन – सेक्शुअल हैरेसमेंट, फिजिकल-मेंटल एब्यूज
2. डॉ. हरीश, सीनियर टॉक्सिसिटी, मेंटल एब्यूज
3. डॉ. प्रीति, सीनियर टॉक्सिसिटी
पिता से माफी मांगी, लिखा- आपसे सबसे ज्यादा प्यार करती हूं
सुसाइड नोट में स्टूडेंट ने लिखा- सॉरी अप्पा, मैं आपसे सबसे ज्यादा प्यार करती हूं। नोट में छात्रा ने हरे रंग के मारकर से एक लाइन लिखी है- उदास लोग भी खुश हो सकते हैं, दयावान बनें। लोगों की आलोचना न करें और उनके लिए मौजूद रहें।
स्टूडेंट तमिलनाडु के श्री मुकाम्बिका इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SMIMS) में पोस्ट ग्रेजुएशन के सेकेंड ईयर में थी। उसका सुसाइड नोट अब वायरल हो रहा है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, स्टूडेंट ने नोट में जिन लोगों का जिक्र किया है, उनसे बीते दो दिनों से (7-8 अक्टूबर) से पुलिस पूछताछ कर रही है।
तमिलनाडु के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) एम रवि ने स्टूडेंट का सुसाइड नोट पोस्ट किया है। उन्होंने कैप्शन में लिखा- इसकी जांच की जानी चाहिए और फैक्ट्स सामने लाए जाने चाहिए। इस तरह के उत्पीड़न को रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।