कोरबा (ब्लैकआउट न्यूज़ ) नगर पालिका निगम कोरबा के मुख्य मार्गों के साथ ही विभिन्न वार्डों में स्ट्रीट लाइट की दशा दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। आलम यह हो गया है कि ऊर्जाधानी के रूप में विख्यात कोरबा शहर अंधेर नगरी के रूप में लेता जा रहा है। नगर निगम कोरबा द्वारा 5000 स्ट्रीट लाइट खरीदी का प्रस्ताव विगत कई महीनो से नगरी प्रशासन मंत्रालय में स्वीकृत का इंतजार कर रहा है।
नगर पालिका निगम कोरबा के सभापति नूतन सिंह ठाकुर सहित अन्य पार्षदों ने उपमुख्यमंत्री व नगरी प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव को पत्र देकर स्ट्रीट लाइट खरीदी के प्रस्ताव को तुरंत स्वीकृति प्रदान करने का निवेदन किया है। नगर निगम आयुक्त विनय मिश्रा के माध्यम से उपमुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में निगम सभापति नूतनसिंह ठाकुर एवं पार्षदगण रामकुमार साहू, टामेश अग्रवाल, श्रीमती प्रीति दिनेश शर्मा, श्रीमती सीमा कंवर, श्रीमती मथुरा भाई चंद्रा में अवगत कराया है कि दर्री , बालको, कोरबा शहर, ग्रामीण इलाकों में अधिकांश स्ट्रीट लाइट खराब हो चुका है। बारिश के दिनों में अंधकार बढ़ने से विभिन्न जीव जंतु से आम नागरिकों को जान का खतरा बना हुआ रहता है, प्रमुख मार्गो में अंधेरा होने से लोग रात्रि बाहर निकालने के लिए भयभीत होने लगे हैं।
नगर के प्रमुख मार्गों के साथ ही अधिकांश वार्डों में स्ट्रीट लाइट खराब हो चुका है जिसे बदलने के लिए नगर निगम के पास वर्तमान में स्ट्रीट लाइट की कमी बनी हुई है। मुलाकात के दौरान आयुक्त द्वारा बताया गया कि लगभग 5 माह पूर्व 5000 स्ट्रीट लाइट खरीदी के लिए प्रस्ताव बनाकर नगरी प्रशासन विभाग को भेजा गया है जिस पर अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है। निगम सभापति ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों को रोशन करने वाले कोरबा शहर का अंधकार में इस प्रकार डूबना दुर्भाग्यपूर्ण है। वर्तमान में कोरबा में ट्रिपल इंजन की सरकार है इसलिए आम जनता की बिजली जैसी मूलभूत समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाना अति आवश्यक है। मूलभूत समस्याओं के समाधान में विलंब होने से आम जनता ट्रिपल इंजन के सरकार पर नाकामी का आरोप लगने लगी है। निगम सभापति और पार्षदो ने पांच हजार स्ट्रीट लाइट खरीदी के प्रस्ताव को प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृति प्रदान करने का निवेदन नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव से किया है।