छत्तीसगढ़ में हार के बाद कांग्रेस में सीनियर नेताओं पर आरोपों और इस्तीफों का दौर जारी है। कांग्रेस के एक और पूर्व विधायक चुन्नीलाल साहू ने पद से इस्तीफा दिया है। साहू पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष थे। इससे पहले पूर्व विधायक मोहित केरकेट्टा ने भी इस्तीफा दिया था हालांकि समझाइश के बाद उन्होंने इस्तीफा वापस ले लिया।
चु्न्नीलाल साहू ने इस्तीफे में लिखा है- बीते चार सालों में पार्टी ने उपाध्यक्ष के रूप में मुझे जो जिम्मेदारी दी, मैंने निभाने की कोशिश की है। 2023 के विधानसभा चुनाव में मेरे प्रभार जिला बिलासपुर (ग्रामीण) के मस्तूरी और कोटा, गृह जिला जांजगीर और रायगढ़ लोकसभा प्रभार क्षेत्र की चार सीटों पर काम किया। यहां विधानसभा में नतीजे पार्टी के पक्ष में रहे हैं, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार से मैं व्यथित हूं। जिसके कारण मैं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में चल रही बगावत की आवाज अब दिल्ली तक पहुंच गई है। 10 पूर्व कांग्रेसी विधायकों ने शनिवार को दिल्ली में महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात कर रिपोर्ट दी। उन्होंने प्रदेश के बड़े नेताओं को हार का जिम्मेदार बताया। एक दिन पहले ही प्रदेश महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस में दलालों और वामपंथियों का कब्जा है।